मुझे तो विदेश भी देश निकाला दे बैठा था ?

मुझे तो विदेश भी देश निकाला दे बैठा था ?

महान पुरुषों के पूर्वापर की चर्चा ! भोर का तारा – नरेन्द्र मोदी . उपन्यास -अंश :- चुनाव के परिणाम आए थे तो बी जे पी ने ११५ सीटें जीतीं थीं ! कांग्रेस को कुल ६१ सीटें मिलीं थीं . लेकिन कांग्रेस का कहना था कि बी जे पी की हार हुई है …? मोदी को दो सीटें कम...
मोदी पी एम् बन कर दिल्ली जा रहा था ?

मोदी पी एम् बन कर दिल्ली जा रहा था ?

महान पुरुषों के पूर्वापर की चर्चा ! भोर का तारा -नरेन्द्र मोदी . उपन्यास -अंश :- “ऐसा क्या है , जो हम से नहीं हुआ ….? क्या है – जो हमने नहीं किया …? और वो क्या है ….जो हमें अब करना चाहिए ….?” आला कमान की आवाज़ में दर्प था ....
समूचा मेरा भारत -आहत था !!

समूचा मेरा भारत -आहत था !!

महान पुरुषों के पूर्वापर की चर्चा ! भोर का तारा -नरेन्द्र मोदी . उपन्यास -अंश:- मरणासन्न व्यक्ति भी एक सुंदर स्त्री पाने की लालसा से मुक्त नहीं होता …? हाँ..! म्रत्यु के बाद क्या है – मैं नहीं जानता …? पर जब तक हम सास लेते हैं …ये...
मैं अपने आसमान अलग से ले कर चलता हूँ !

मैं अपने आसमान अलग से ले कर चलता हूँ !

महान पुरुषों के पूर्वापर की चर्चा ! भोर का तारा- नरेन्द्र मोदी . उपन्यास -अंश :- “आई ए एस अधिकारी प्रदीप शर्मा का दुखड़ा …?” मैंने अखबार ‘राष्ट्र ध्वज’ का मुख प्रष्ट पढ़ा था – तो चौंक पड़ा था ! मैं ताड़ गया था कि ज़रूर ये प्रदीप शर्मा की...
लौटना तो मुझे अकेले ही था ?

लौटना तो मुझे अकेले ही था ?

महान पुरुषों के पूर्वापर की चर्चा ! भोर का तारा – नरेन्द्र मोदी. उपन्यास अंश :- झूठे और बईमान लोगों से लड़ता-जूझता …मेरा मन हार-थक कर …भागा था …और पीर -कोटि पहुँच गया था !! पीर-कोटि पहुँचने में हमें दो दिन का समय लगा था . पहाड़ों की दुर्गम चढ़ाई...
हम सब आज भी कांग्रेस के गुलाम हैं !

हम सब आज भी कांग्रेस के गुलाम हैं !

महान पुरुषों के पूर्वापर की चर्चा ! भोर का तारा- नरेन्द्र मोदी . उपन्यास अंश :- “पी एम् बनेंगे ….?” संजीव भट्ट बुदबुदाया था . “मई ब्लाडी ….फुट …!!” वह दहाड़ रहा था . “मेढकी ….भी नाल ..ठुकाएंगी ….?” उस ने...