by Tanya Tripathi | Feb 5, 2019 | Uncategorized
माना नजदीकियाँ नहीं तेरे मेरे दरमियान, मगर तुम चाहो तो इतनी दूरियां भी ना हो।।🙂 : सिर्फ ब्लॉक करने से क्या रिश्ते ख़त्म हो जाते है,😐 अगर ऐसा है तो हमारी फीलिंग्स का मतलब ही क्या है माना मैंने ब्लॉक कर दिया तुझे हर जगह से मगर कैसे ब्लॉक कर दूं...
by Tanya Tripathi | Jan 31, 2019 | Uncategorized
माना नजदीकियाँ नहीं तेरे मेरे दरमियान, मगर तुम चाहो तो इतनी दूरियां भी ना हो।।🙂 : सिर्फ ब्लॉक करने से क्या रिश्ते ख़त्म हो जाते है,😐 अगर ऐसा है तो हमारी फीलिंग्स का मतलब ही क्या है माना मैंने ब्लॉक कर दिया तुझे हर जगह से मगर कैसे ब्लॉक कर दूं...
by Tanya Tripathi | Jan 25, 2019 | Uncategorized
आसमां में बिजली कड़कने लगी है, कुछ दिनो की हाड़ कंपा देने वाली ठंड जब बादल बिल्कुल शांत थे बस सर्दी होती हल्की सी धूप निकलती और फिर से रात हो जाती कहा कुछ अलग हो रहा था वैसे ही जैसे अलग हो कर तुम कौन सा कुछ अलग कर रहे हो? मगर देखो बादलों से रहा नही गया और पूरे मौसम को...
by Tanya Tripathi | Jan 21, 2019 | Uncategorized
जब तुम पडे थे अंतिम शय्या मेंबिलख रहे थे सब आस पासतुम्हारी साँसे भी मौन थी जैसे तुम हमारे प्यार को मौन करके जा रहे होमैं कितना अब रो लूँ, चीख चिल्ला लूँ भला अब कैसे तुम जग पाओगे फिर से शोर मचा पाओगे कैसे अब नहीं कर पाउँगी मैं, तुमसे अनगिनत बातें जिनके शब्द...
by Tanya Tripathi | Jan 18, 2019 | Uncategorized
आज कविता बहुत तैयार होकर घर के पास वाले पार्लर में गई सिर्फ वही जान सकती थी उसके मन में क्या है। पार्लर जाकर वो कुर्सी में बैठी ही थी पार्लर वाली दीदी -जी मैडम बताइये कविता-इन बालो की लंबाई कम कर दीजिए पार्लर वाली दीदी-मैडम, आपके बाल इतने सुंदर है आप क्यों इन्हें छोटा...