रिश्ता जो तुम निभा ना पाये

रिश्ता जो तुम निभा ना पाये

माना नजदीकियाँ नहीं तेरे मेरे दरमियान, मगर तुम चाहो तो इतनी दूरियां भी ना हो।।🙂 : सिर्फ ब्लॉक करने से क्या रिश्ते ख़त्म हो जाते है,😐 अगर ऐसा है तो हमारी फीलिंग्स का मतलब ही क्या है माना मैंने ब्लॉक कर दिया तुझे हर जगह से मगर कैसे ब्लॉक कर दूं...

बिखरते रिश्ते

माना नजदीकियाँ नहीं तेरे मेरे दरमियान, मगर तुम चाहो तो इतनी दूरियां भी ना हो।।🙂 : सिर्फ ब्लॉक करने से क्या रिश्ते ख़त्म हो जाते है,😐 अगर ऐसा है तो हमारी फीलिंग्स का मतलब ही क्या है माना मैंने ब्लॉक कर दिया तुझे हर जगह से मगर कैसे ब्लॉक कर दूं...

बारिश और तुम्हारा मनुहार

आसमां में बिजली कड़कने लगी है, कुछ दिनो की हाड़ कंपा देने वाली ठंड जब बादल बिल्कुल शांत थे बस सर्दी होती हल्की सी धूप निकलती और फिर से रात हो जाती कहा कुछ अलग हो रहा था वैसे ही जैसे अलग हो कर तुम कौन सा कुछ अलग कर रहे हो? मगर देखो बादलों से रहा नही गया और पूरे मौसम को...

हाँ, तुम बिछड गये

जब तुम पडे थे अंतिम शय्या मेंबिलख रहे थे सब आस पासतुम्हारी साँसे भी मौन थी जैसे तुम हमारे प्यार को मौन करके जा रहे होमैं कितना अब रो लूँ, चीख चिल्ला लूँ भला अब कैसे तुम जग पाओगे फिर से शोर मचा पाओगे कैसे अब नहीं कर पाउँगी मैं, तुमसे अनगिनत बातें जिनके शब्द...

नही चाहिये इतने बड़े बाल

आज कविता बहुत तैयार होकर घर के पास वाले पार्लर में गई सिर्फ वही जान सकती थी उसके मन में क्या है। पार्लर जाकर वो कुर्सी में बैठी ही थी पार्लर वाली दीदी -जी मैडम बताइये कविता-इन बालो की लंबाई कम कर दीजिए पार्लर वाली दीदी-मैडम, आपके बाल इतने सुंदर है आप क्यों इन्हें छोटा...