by Major Krapal Verma | Oct 14, 2024 | रजिया
“रूस का हवाई अड्डा तबाह कर दिया है।” मिली सूचना मेरी डेस्क काे हिला कर धर देती है। मैं विस्तार से लिखी खबर काे ध्यान से पढ़ती हूॅं। लगता है जैसे किसी ने वर्षाें पहले से इस घटना काे साेचा हाेगा, संजाेया हाेगा और फिर आकर इसे अंजाम दिया हाेगा। “इस तबाही...
by Major Krapal Verma | Oct 14, 2024 | रजिया
रूस से मूडी लाैटा है। “जालिम रूस में भी नहीं है।” मूडी बता रहा है। “रूस की पूरी की पूरी खुफिया एजेंसी ने जम कर जाेर लगाया है। ये लाेग भी भयभीत हैं जालिम से।” मूडी हम सब के चेहरे पढ़ता है। “हमारी तरह यह लाेग भी जालिम के अंगूठे के नीचे आ गए...
by Major Krapal Verma | Oct 10, 2024 | रजिया
“हद हो गई ..!” लैरी हाथ झाड़ कर एक बेबसी जाहिर करता है। “शर्मनाक काम है यह तो?” वह प्रश्न करता है। “पूजा पाठ करते लोगों पर हमला? यह कौन सा युद्ध हुआ?” वह आंखें नचा कर हम सब से पूछता है। “धर्म युद्ध तो नहीं हो सकता?”...