रजिया भाग 54

रजिया भाग 54

सुबह की फ्लाइट से माइक मास्काे पहुँचा था। सबसे पहला काम उसने किया था – अपना नया नाम राेज ग्रांट रखा लिया था। इस अभियान के लिए ये उसका नया अवतार था। पहली बार उसने मास्काे शहर काे देखा था। उसे याद हाे आया था कि कभी मास्काे साेवियत संघ की राजधानी थी। साेवियत संघ जब...
रजिया भाग 54

रजिया भाग 53

“मजनूं महल वाॅज ए हैल।” लैरी ने अपना अनुभव बरनी काे बताया था। “मैं ताे पागल हाेने काे था सर।” उसने अपने दाेनाें हाथ हवा में फेंके थे। “ऐसा क्या था यार? मुझे ताे बताया था कि वाे ..” बरनी सनाका खा गया था। “बिगड़ गया काम?”...
रजिया भाग 54

रजिया भाग 52

मजनूं पैलेस के गंदे संदे कमरे में अकेले बैठे लैरी को क्रोध चढ़ने लगा था। बड़ी कठिनाई से लैरी ने मलका गंज और मजनूं पैलेस होटल को खोज निकाला था। लेकिन खोदा पहाड़ और निकली चुहिया वाला मजाक लैरी के मुंह पर आ बजा था। होटल में लहसुन प्याज की बू नाक तक भरी थी। होटल का तौर...