by Major Krapal Verma | Feb 11, 2025 | रजिया
कई दिनाें की गहमागहमी, तर्क वितर्क और राय मशविदाें के बाद कई लाेमहर्षक तथ्य सामने आए थे। सर राॅजर्स के सामने एक आश्चर्य की तरह तीसरा विश्व युद्ध आ खड़ा हुआ था। युद्ध न लड़ने का उनका लिया संकल्प कांप-कांप उठा था। जालिम अकेले एक अमेरिका के लिए ही नहीं पूरी दुनियां के...
by Major Krapal Verma | Feb 10, 2025 | रजिया
“डूडो मेरी जान की प्यासी है।” फरमान बता रहा था। वह एक चुस्त चालाक आदमी था। उसकी चंचल आंखों में एक नया संसार नाचता लग रहा था। “कौन डूडो?” सोफी ने उससे पूछा था। “रूस की रानी! जालिम की बड़ी बेटी।” फरमान का उत्तर था। लगा था कोई पहाड़...
by Major Krapal Verma | Feb 6, 2025 | रजिया
“मैं बादशाह बनना चाहता था!” फरजंद बता रहा था। सोफी और राहुल फाइल पढ़ने के बाद अपने पहले मार्ग दर्शक से मुलाकात कर रहे थे। फरजंद ने स्वयं आत्मसमर्पण किया था। वह भाग कर आया था। उसने विद्रोह किया था। और अब उसे विध्वंस करना था। “मेरा जन्म रेगिस्तान के...