रजिया भाग 14

रजिया भाग 14

क्या रॉबर्ट का सर रॉजर्स के साथ राइडिंग पर जाना कोई अर्थ रखता है? सोफी को यह बहुत बुरा लगा है। वह अकेली है, निपट अकेली। जैसे कि अपने कुछ नापाक इरादों के साथ वह अकेली आ बैठी हो। कोई गुनाह करके छुप रही हो। या कि कोई गलत बात हो कर उसके गले में टंगी हो। या कि कोई ऐसा...
रजिया भाग 14

रजिया भाग 13

लैरी आज आ रहा है! एक लंबे इंतजार के बाद आज आशा किरन लौटी है। इंतजार करना भी एक अजीब बात है। इंतजार करना भी जैसे एक आर्ट है। तरह-तरह के विचार आते हैं। कुछ आ कर डराते हैं तो कुछ आ कर धीरज बंधाते हैं। आशा और निराशा दोनों अखाड़े में उतर आदमी को अपने वश में कर लेती हैं।...
रजिया भाग 14

रजिया भाग 12

“अगर सोफी ने इस बार मेरी बात नहीं मानी अंकल तो ..!” राबर्ट कह रहा था। उस का चेहरा बुझ सा गया था। आंखों में घोर निराशा थी। “तो .. तो .. मैं मर जाऊंगा अंकल!” वह रुआंसा हो आया था। “और .. और मैं यह लिख कर मरूंगा कि मेरी मौत की जिम्मेदार सोफी...
रजिया भाग 14

रजिया भाग 11

“माइक ..! माइक ..! माइक ..!” कहकर मैंने जाेराें से टेबुल पर मुक्के मारे हैं। क्राेध का एक सागर मेरे हिये में हिलाेरें ले रहा है। एक निराशा है जाे मुझे इस सागर में डुबाेए दे रही है। एक ग्लानि है – असफल हाे जाने की ग्लानि, जाे मेरा गला घाेंट देना चाहती...
रजिया भाग 14

रजिया भाग 10

मैं फिर से एक खयाल के साथ लाैट आई हूॅं। जालिम का नशा फिर से मेरे दिमाग पर तारी है। “पागल हाे जाऒगी इस जालिम का पीछा करते-करते।” राॅबर्ट मुझे काेस रहा है। “यह भी काेई सनक हुई यार?” वह मेरी आंखाें में देखता है। “लाेगाें काे प्यार में पागल...