by Major Krapal Verma | Mar 1, 2025 | रजिया
माइक सर राॅजर्स काे अपनी बनाई याेजना समझा रहा था। “मैं इन तीनाें फरजंद, फरमान और ऐलान काे बेट – माने कि लालच का बकरा बना कर इस्तेमाल करूंगा सर।” माइक सीधे मुद्दे पर आ गया था। “मैं समझता हूॅं कि इन तीनाें का पता लगाने के लिए अवश्य ही जालिम के...
by Major Krapal Verma | Feb 27, 2025 | रजिया
टैड उतावली में था। वह जानता था कि जालिम दुनिया के लिए एक संगीन खतरा था। और खास कर अमेरिका के लिए तो वो जानी दुश्मन जैसा ही था। अगर जालिम जीता तो अमेरिका का नीचे जाना तय था। जालिम की कुछ दलीलें तो सटीक थीं। ठीक भी थीं। जनता के लिए तो एक नशा जैसी थीं। जानता था जालिम कि...
by Major Krapal Verma | Feb 27, 2025 | रजिया
टैड के साथ अगली मीटिंग उसके फार्म हाउस पर लेट शाम को हुई थी। सर रॉजर्स टैड का फार्म हाउस देख कर असमंजस से भर आए थे। अकेले टैड ने अपने रहने के लिए जो फार्म हाउस बनाया था वो बिलकुल उसकी अपनी मानसिकता को उजागर करता था। जिस टैड से सर रॉजर्स वियतनाम में मिले थे वही टैड आज...
by Major Krapal Verma | Feb 26, 2025 | रजिया
“टैड को स्कौरपियो बियर पीना बेहद पसंद था।” सर रॉजर्स सोचे जा रहे थे। “तब हम सब यंग थे। सब के अपने-अपने फैड थे। मैं भी व्सिस्की डॉन पीने के लिए बदनाम था।” उन्हें याद आता है। “मेरे गम गहरे थे। ए ब्रोकन मैरिज किसी हादसे से कम कहां होती है।...
by Major Krapal Verma | Feb 11, 2025 | रजिया
कई दिनाें की गहमागहमी, तर्क वितर्क और राय मशविदाें के बाद कई लाेमहर्षक तथ्य सामने आए थे। सर राॅजर्स के सामने एक आश्चर्य की तरह तीसरा विश्व युद्ध आ खड़ा हुआ था। युद्ध न लड़ने का उनका लिया संकल्प कांप-कांप उठा था। जालिम अकेले एक अमेरिका के लिए ही नहीं पूरी दुनियां के...