by Major Krapal Verma | Jun 10, 2025 | रजिया
कंट्री क्लब में सर रॉजर्स के साथ बैठे टैड का चेहरा चिंता रेखाओं से भरा था। दोनों देश के वरिष्ठ नेता थे। दोनों ने ही संघर्ष किया था – अमेरिका फर्स्ट के नारे को लेकर। टैड तो अभी भी उसी नारे के नीचे बैठ अमेरिका के लिए जी जान से लड़ रहा था। लेकिन अब लड़ाई का रुख मुख...
by Major Krapal Verma | Jun 8, 2025 | रजिया
हवेली के पीछे बने बगीचे में बहार आई थी। गुलमोहर के पीले खिले फूलों ने रजिया सुलतान का मन मोह लिया था। बिंदा रजिया के साथ बगीचे में लंच ले रही थी। बिंदा बेगम आज मूड में थीं। वो रजिया सुलतान को लखनऊ के नवाबों की अइयाशी की कहानियां सुना रही थी। बता रही थीं कि कैसे...
by Major Krapal Verma | Jun 7, 2025 | रजिया
सामने रोड थी जिसके पार रघुनाथन को कुछ-कुछ दिखाई देने लगा था। सामने बहती नदी पर लकड़ी का पुल बना था। नदी का पानी शीशे सा साफ था। सामने के पहाड़ जंगलों से भरे महक रहे थे। मोहक सुहाती सुबास रघुनाथन को तरो ताजा कर गई थी। अचानक ही वह एक प्रसन्नता से भर उठा था। उसने बड़ी ही...