राम चरन भाग एक सौ इकत्तीस

राम चरन भाग एक सौ इकत्तीस

सम्मेलन में ग्यारह बजे पहुंचना था। पूरी दुनिया के पुरोधा सम्मेलन में भाग लेने के लिए पधारे थे। आज दुनिया के दो सौ करोड़ मुसलमानों ने एक अहम वक्त नियुक्त करना था – जब उन्हें चारों ओर से गोलबंदी कर काफिरों पर गिद्धों की तरह टूट पड़ना था और उन्हें तबाहो-बर्बाद कर...
राम चरन भाग एक सौ इकत्तीस

राम चरन भाग एक सौ तीस

मुनीर खान जलाल का मन आज उड़ते हवाई जहाज के आगे-आगे उड़ रहा था। उसे उम्मीद थी – सोलहों आने उम्मीद थी कि उसका खलीफात में शामिल होना अब निश्चित था। ढोलू शिव का खजाना अब उसका खजाना था। और पूरा हिन्दुस्तान अब सी के नाम लिखा जाना था। फिर हैदराबाद उसकी नई नवेली राजधानी...
राम चरन भाग एक सौ इकत्तीस

राम चरन भाग एक सौ उनतीस

इस्लामिक स्टेट के दूसरे सम्मेलन में शरीक होने का संदेश आन पहुंचा था। पहली बार ही था – यस-यस पहली बार कि जब खलीफा बनने का ख्वाब मुनीर खान जलाल के जेहन में बिजली की तरह कौंध गया था। “असंभव तो नहीं है?” आज मुनीर खान जलाल ने बड़े ही आत्म विश्वास के साथ...