by Major Krapal Verma | Aug 2, 2025 | रजिया
“हम मेहनतकश इस दुनिया से जब अपना हिस्सा मांगेंगे! एक बाग नहीं, एक खेत नहीं हम सारी दुनिया मांगेंगे!” लंदन के क्षितिज पर चढ़ कर यह गीत लहरी लगातार बज रही थी। लंदन में होते महा सम्मेलन के उपलक्ष में दुनिया को खुला संदेश जा रहा था कि इस महा रैली का उद्देश्य...
by Major Krapal Verma | Jul 27, 2025 | रजिया
आज समर कोट लौटते जालिम का मन लौटना न चाहता था। वह तो कभी दिल्ली तो कभी हैदराबाद की गलियों में डोल रहा था। न जाने क्यों जालिम का मोह दिल्ली में फस गया था। दिल्ली युगों से चली आ रही एक सांस्कृतिक धरोहर जैसी थी। न जाने यहां कितने आए और कितने गए। कौन जीता – कौन...
by Major Krapal Verma | Jul 25, 2025 | रजिया
“सो द ट्राएंगल इज क्लोज्ड।” सर रॉजर्स ने हंसते हुए कहा था। “पहली जीत है।” उन्होंने पुष्टि की थी। “अमेरिका जालिम के घर में घुस गया।” वो जोरों से हंसे थे। “कहां जाएगा जालिम ..?” “पर पकड़ा जाए तभी है।” बरनी ने...