स्नेह यात्रा भाग आठ खंड एक

स्नेह यात्रा भाग आठ खंड एक

जम्बोजेट रुपहले बादलों के ऊपर तैरता सा लग रहा है। अति संवेग से मैं भारत की ओर बढ़ रहा हूँ। लग रहा है सोफी से दूर चला जा रहा हूँ। लाख कोशिश करने के बाद भी मैं सोफी को भुला नहीं पा रहा हूँ। अपने आप को मिल तथा देश कल्याण के मुद्दों से बांध नहीं पा रहा हूँ। वही कमीना शब्द...
स्नेह यात्रा भाग आठ खंड एक

स्नेह यात्रा भाग सात खंड बीस

मेरा मन आया है कि पूछ लूं – टोनी कौन था? एयरपोर्ट पर खड़ा मैं अब भी साहस बटोर रहा हूँ कि अंतिम बार पूछता ही चलूं कि टोनी कौन था। पता नहीं क्यों टोनी मेरा प्रतिद्वंद्वी जैसा बन गया है और मुझे चुनौती दे रहा है। मर कर भी टोनी की आत्मा मुझे किसी सहम से भरती जा रही...
स्नेह यात्रा भाग आठ खंड एक

स्नेह यात्रा भाग सात खंड उन्नीस

देखते देखते लस्सी लंबे लंबे गिलासों में भरी सफेद झागों से सजी गोरे काले होंठों से आ लगी है। हम सब ने तृप्त हो कर संगत का धन्यवाद किया है। “अब तो मुझे ठिकाना मिल गया। जब भी स्टेट्स आऊंगा यहीं रुकूंगा!” मैंने अपना निश्चित किया निर्णय कह सुनाया है।...
स्नेह यात्रा भाग आठ खंड एक

स्नेह यात्रा भाग सात खंड अठारह

एक भीड़ ने मुझे चारों ओर से घेर लिया है। प्रश्नों की बौछार मुझ पर इस तरह होने लगी है जिस तरह से उमंग के साथ सावन में बरसात की झड़ी टपर-टपर के शब्दों से भद्र आवाजें करती रहती है। “किन्नी तरक्की हुई है जी, साडी?” बुढऊ का प्रश्न है। नयन विस्फारित मैं उसे इस...
स्नेह यात्रा भाग आठ खंड एक

स्नेह यात्रा भाग सात खंड सत्रह

“स्टॉकटन से कुछ दूर ये हिन्दुस्तानियों की ही बस्ती है। ये लोग खास कर पंजाबी हैं। बड़े ही दिलचस्प लोग हैं!” मुझे मिसेज रॉबर्ट ने बताया है। “पंजाबी बहुत दिल वाले होते हैं।” मैंने समर्थन किया है। “तुम भी पंजाबी हो क्या?”...
स्नेह यात्रा भाग आठ खंड एक

स्नेह यात्रा भाग सात खंड सोलह

अचानक एक स्पोर्ट्स कार में जो लाल गहरे रंग की है, लड़के लड़कियों का एक हुजूम हमारे पास से सांय करके गुजरा है। उन सब ने चीख कर कहा है – हाय! देयर? सभी के हाथ हवा में पल भर उठ कर झूल गए हैं। सभी ने बहुरंगी पोशाकें पहनी हैं और लड़के तथा लड़कियों के भेद जान लेना...