हेम चंद्र विक्रमादित्य भाग सड़सठ

हेम चंद्र विक्रमादित्य भाग सड़सठ

बाबर ने आगरा में डेरा डालकर बारूद को चिंगारी दिखा दी थी! “पंजाब का बंटवारा कैसे करेंगे जहांपनाह?” लाहौर से आये दौलत खान और आजम खान बाबर के सामने पेश हुए प्रश्न पूछ रहे थे। चूंकि उन्होंने बाबर की पूरी पूरी मदद की थी, उसे बुलाया था और युद्ध जिताया था अतः...
हेम चंद्र विक्रमादित्य भाग सड़सठ

हेम चंद्र विक्रमादित्य भाग छियासठ

हेमू बेसुध हुआ हाथी पर बैठा बैठा तीरों से छिदी सुलतान इब्राहिम लोधी की लाश को देख रहा था – अपलक! दसों दिशाओं में मुनादी सी हुई थी – इब्राहिम मारा गया! बाबर की जीत हुई! लोधियों का नाश हो गया .. न जाने कैसे हेमू की आंखों के सामने एक चिता भक्क से जल उठी थी।...
हेम चंद्र विक्रमादित्य भाग सड़सठ

हेम चंद्र विक्रमादित्य भाग पैंसठ

जहिरउद्दीन मोहम्मद बाबर काबुल में बैठे विकट वीरानों में भटक रहे थे! थके मादे पंछी की तरह वह समरकंद और फरगना हार कर यहां – इस वीराने में आ बैठे थे – अकेले! लेकिन बादशाह बनने का ख्वाब अभी भी उन्हें छोड़ कर न गया था! किसी न किसी तरह वह अब हिन्दुस्तान को .....
हेम चंद्र विक्रमादित्य भाग सड़सठ

हेम चंद्र विक्रमादित्य भाग चौंसठ

पंजाब में हुई इस घटना ने सबके होश उड़ा दिये थे। बाबर ने जैसे एक नया खेल खेल दिया था! वह जो संदेश दे रहा था – वह किसी की भी समझ में न आ रहा था। पंजाब को .. हाथ लगे पंजाब को यों लाहौरियों में बांट देना कौन सी चाल थी? अलग अलग शासकों पर इसकी अलग अलग प्रतिक्रिया हुई...
हेम चंद्र विक्रमादित्य भाग सड़सठ

हेम चंद्र विक्रमादित्य भाग तिरेसठ

बाबर ने पंजाब पर तीसरी बार हमला कर दिया था। पहले भी बाबर सन 1519 और 1522 में पंजाब पर हमला कर चुका था। तब पंजाब की लूट पाट कर वह लौट गया था – दोनों बार! लेकिन अब सन 1524 का यह हमला संदिग्ध निगाहों से देखा जा रहा था। अभी तक बाबर का मंतव्य पता न लगा था। वह चाहता...
हेम चंद्र विक्रमादित्य भाग सड़सठ

हेम चंद्र विक्रमादित्य भाग बासठ

गृह कलह में नाक तक डूबा सुलतान इब्राहिम लोधी आज बेचैन था! कहने को तो वह एक सल्तनत का स्वामी था लेकिन वास्तव में तो उसका अपना बेटा भी उसके साथ न था। जलाल की हत्या कराने के बाद न जाने कैसा संदेश फैला था जो उसे बेचैन किये था। कुछ बहुत गलत हो गया था शायद! आगरा में उसे एक...