by Major Krapal Verma | Jan 16, 2022 | हेम चंद्र विक्रमादित्य
“चूड़ामन शास्त्री का अनुरोध है कि आप आक्रमण में न जाएं!” पंडित हेम चंद्र इस्लाम शाह सूरी को सलाह दे रहे थे। “आपकी तबीयत आपकी सेहत और सीरत ..” “नहीं पंडित जी, मैं इस जंग में जरूर जाऊंगा!” इस्लाम शाह सूरी ने घोषणा की थी। “महेश...
by Major Krapal Verma | Jan 14, 2022 | हेम चंद्र विक्रमादित्य
कुतुब खान, जलाल खान और जैना खान को मिली सजा-ए-मौत ने आताल-पाताल को हिला दिया था। इस्लाम खतरे में है – समवेत स्वर में पूरा मुस्लिम जहान बोला था। हिन्दू राष्ट्र की अवगूंज न जाने कैसे हर मुसलमान शासक को सताने लगी थी। कुछ था जो अचानक ही सारे मुसलमानों को खबरदार कर...
by Major Krapal Verma | Jan 10, 2022 | हेम चंद्र विक्रमादित्य
“मैं दावे के साथ कहता हूँ दोस्तों कि ये पंडित हेम चंद्र सत्ता का भूखा है। चालाक है और छुपा रुस्तम है। देखते नहीं किस चालाकी से हिन्दुओं को हर छोटे बड़े ओहदों पर तैनात करता जा रहा है।” पंजाब का सुबेदार हैबत खान शिकायत कर रहा था। असंतुष्टों की जमात जुड़ी थी।...
by Major Krapal Verma | Jan 7, 2022 | हेम चंद्र विक्रमादित्य
“पंडित जी! क्या आप जानते हैं कि हम किस हाल में मरेंगे और कब मरेंगे?” बादशाह इस्लाम शाह सूरी ने एक अजीब प्रश्न पूछ लिया था। उन्होंने मशविरा के लिए पंडित जी को बुलाया था। लेकिन पंडित हेम चंद्र इस तरह के प्रश्न की उम्मीद लगा कर नहीं आये थे। “आप तो अमर...
by Major Krapal Verma | Jan 3, 2022 | हेम चंद्र विक्रमादित्य
“फिर बनाओगे चूहे को शेर, साजन ..?” दरबार जाने के लिए तैयार खड़े हेमू से केसर ने पूछ लिया था। दप दप जलते केसर के दैदीप्यमान मुखमंडल पर एक अमर आभा को हेमू ने खेलते देखा था। केसर के होंठों पर हंसी धरी थी। आंखों में व्यंग था। केसर की आवाज में गूंजता उलाहना भी...
by Major Krapal Verma | Dec 29, 2021 | हेम चंद्र विक्रमादित्य
22 मई 1545 का बुंदेलखंड में होता सूर्यास्त शिव के किए तांडव की कहानी ले कर घर जा रहा था। सम्राट शेर शाह सूरी का बदन बारूद की लपटों से बुरी तरह जल गया था। अपार वेदना का संचार पूरे शरीर में हो गया था। वह परम योद्धा शेर शाह सूरी जब खड़ा न रह सका था तो शर्म छोड़ कर वहीं...