by Major Krapal Verma | Jan 29, 2025 | रजिया
“फॉट विद द ओल्ड मैन!” राहुल सोफी के सामने खड़ा-खड़ा सफाई दे रहा था। “लेकिन ये आदमी चीज क्या है जी?” राहुल ने सोफी की आंखों में देखा है। “काठ ही कहो, निरा काठ!” वह बताता है। “भावना नाम की किसी वस्तु को यह जानता तक नहीं। जरूर...
by Major Krapal Verma | Jan 28, 2025 | रजिया
सोफी ने अलमारी के मुंह पर फिर से ताला जड़ दिया है। उसने विगत आगत सब को फिर से उसके भीतर बंद कर दिया है। अब उसका मन प्राण एक दोहरी प्रक्रिया से गुजर रहा है। जहां उसे हर्ष है कि राहुल उसी की बिरादरी का एक जासूस है, वहीं उसे अपने रोमांस के खट्टे हो जाने का क्षोभ भी है। न...
by Major Krapal Verma | Jan 24, 2025 | रजिया
राहुल राठौर की खोज में सोफी ने नीमो की ढाणी का चप्पा-चप्पा खोज मारा था। पर वह उसे कहीं ढूंढे न मिला था। “कहां बावली हुई घूम रही है?” मां सा ने उसे तलाश के बीच ही पकड़ लिया था। “क्या खो गया है तेरा री?” उन्होंने प्रेम पूर्वक पूछा था। मां सा की...
by Major Krapal Verma | Jan 22, 2025 | रजिया
नीमो की ढाणी लौट कर सोफी को बहुत अच्छा लगा था। उसे लगा था जैसे उसकी आत्मा हमेशा से ही इस नीमो की ढाणी में रह रही थी और अब उसका मन भी यहीं आ कर रच बस गया है। वह न जाने कैसे अमेरिका और स्काई लार्क को भूल गई है। अब तो उसे जालिम भी कम याद आता है। हां, राहुल सिंह ..?...
by Major Krapal Verma | Jan 20, 2025 | रजिया
“जुनून और जौहर का जमाना था यह!” राहुल सोफी को बता रहा था। “महाराणा प्रताप को तो जुनून सवार था कि वह मुगलों को हरा कर मानेंगे।” “क्यों?” सोफी ने बीच में प्रश्न किया था। “ऐसा क्या जुनून जो ..?” “मुगलों को वह विदेशी...