by Akhileshwar Mishra | Feb 23, 2019 | Uncategorized
दुनिया को प्रेम सिखाया कर्म को पूजा तुमने बताया प्रेम की भाषा जो न समझा तुमने उसको हथियार दिखाया लीला कर लीलाधर तुमने करुणा करना सिखलाया गीता में योगेश्वर तुमने निःस्वार्थ कर्म है...
by Akhileshwar Mishra | Feb 22, 2019 | Uncategorized
साल बदला नजारे वहीं हैं वक्त बदला इरादे वहीं हैं बदला है मौसम पर मंजर वहीं है बदला है घाव पर खंजर वहीं है नया कुछ नहीं है यहां सब वही है हवा में घुला हलाहल वही है नए साल पर ये वादा करे हम पुराना नहीं नया कुछ करे हम इंसानियत को फिर से जिंदा करे हम इसी राह पर सदा ही...