by Major Krapal Verma | Jul 22, 2024 | राम चरण
एस एस कोड पहुंच गया था। ठीक छह माह बाद जिहाद की जंग का ऐलान होना था। एक साथ पूरी दुनिया में धमाका होना था। आइडिया था कि कोई भी देश किसी की मदद करने के लिए ठाली न छोड़ा जाए। हर आदमी की चौखट पर एक ही समय में जंग रुप जाए। हर कोई अपनी-अपनी जंग लड़े और मारा जाए। “जीत...
by Major Krapal Verma | Jul 18, 2024 | राम चरण
“आप के पसंदीदा चॉकलेट भेजे थे, मिल गए न?” जुनैद का अमेरिका से फोन था। “मिल गए!” राम चरन ने उत्तर दिया था। वह जानता था कि भेजे हथियारों की पुष्टि कर रहा था जुनैद। “थैंक्स एनीवे।” राम चरन की आवाज में दंभ था, दर्प था, उल्लास था और था...
by Major Krapal Verma | Jul 16, 2024 | राम चरण
अपने एकांत में प्रसन्न बैठे राम चरन को अचानक निजाम हैदराबाद की सत्ता, शासन और साहस याद हो आए थे। “इनसे मिलिए जनाब।” सज्जाद मियां ने राम चरन का परिचय कराया था। “आप हैं प्रकाश पंडित।” उसने उस धुले मंजे से आदमी से मिलाया था जो कि विद्वान लग रहा...
by Major Krapal Verma | Jul 16, 2024 | राम चरण
मुनीर खान जलाल के दिमाग में एशियाटिक अंपायर का जन्म हो चुका था। अब उसे इस ख्वाब को जमीन पर उतारना था। निविड़ रात्रि के एकांत में, ढोलू शिव के मंदिर के गर्भ गृह में अकेला बैठा राम चरन सामने पसरे दुनिया के नक्शे को गौर से देखे जा रहा था। अरब सागर का अपनी ओर का भूभाग उसे...
by Major Krapal Verma | Jul 15, 2024 | राम चरण
“सेना में सारा जीवन तुम्हारे साथ बिताया फ्रामी लेकिन इतना दिलदार आदमी मैंने आज तक नहीं देखा।” नाश्ते की तैयारियों में जुटी रोजी बड़े ही सहज अंदाज में अपनी प्रसन्नता का बयान कर रही थी। “दिस मैन – राम चरन इज हैल ऑफ ए चैप।” उन्होंने समर्थन...