by Major Krapal Verma | Jul 30, 2024 | राम चरण
“आठ दिसंबर का बर्थ डे है – श्याम चरन का, याद है न?” सुंदरी ने ऑफिस जाते राम चरन से पूछा था। “भाभी जी और भाई साहब का मन है कि श्याम चरन का जन्मदिन इस बार हम ..” “नो, नो, नो!” राम चरन गरजा था और उसने सुंदरी को वर्ज दिया था।...
by Major Krapal Verma | Jul 29, 2024 | राम चरण
राम चरन को अचानक हैदराबाद आया देख सज्जाद मियां सकते में आ गया था। राम चरन के माथे पर जो चिंता रेखाएं खिची थीं वो इस बात का गवाह थीं कि जरूर कुछ न कुछ ऐसा वैसा हो गया था। सज्जाद मियां भी डर गए थे। बड़ा ही नाजुक वक्त चल रहा था। और कुछ तो था जरूर जो राम चरन को बेचैन किए...
by Major Krapal Verma | Jul 27, 2024 | राम चरण
“आप के पी एम बनने का इससे अच्छा वक्त फिर कभी नहीं आएगा – राम चरन ने कहा है।” सुंदरी कुंवर खम्मन सिंह ढोलू को समझा रही थी। इंद्राणी सुंदरी की बात से सहमत थी और साथ बैठी थी। “राम चरन का गणित और गोटें आप के फेवर में हैं।” सुंदरी ने सफलता के...
by Major Krapal Verma | Jul 24, 2024 | राम चरण
“कुंवर साहब चाहते हैं कि जवानों की तरह किसानों को भी हम वो सुविधाएं दें जो ..” राम चरन ने रुक कर जनरल फ्रामरोज के चेहरे को पढ़ा था। “छह महीने के बाद चुनाव हैं।” राम चरन ने सूचना दी थी। “चुनावों से पहले ..!” राम चरन तनिक सा मुसकुराया...
by Major Krapal Verma | Jul 22, 2024 | राम चरण
राम चरन पागल हो गया था। वह अपनी सुध बुध भूल गया था। उसे केवल और केवल याद था – काशी। वो देख रहा था – पर्ण कुटीर में अकेली बैठी संघमित्रा। जो उसके आने का इंतजार कर रही थी। वो संघमित्रा जो एक प्रेमिका की तरह से पुकार रही थी। एक लंबी थकाने वाली, पगलाने वाली...