by Major Krapal Verma | Mar 9, 2024 | राम चरण
इतवार के दिन दिल्ली के रईस आज कल सुनहरी लेक कॉम्पलैक्स में सैर करने चले आते थे। सत रंगी भीड़ से भरा कॉम्पलैक्स अनूठे रंग ढंग में डूब जाता था। चूंकि यहां हर किस्म का सौदा सुल्फ उपलब्ध था और आमोद प्रमोद के भी सभी साधन मौजूद थे अतः दिल्ली के संभ्रांत परिवार इतवार के दिन...
by Major Krapal Verma | Mar 8, 2024 | राम चरण
ढोलू प्रॉपर्टीज़ प्राईवेट लिमिटिड सुनहरी लेक कॉम्पलैक्स की घोषणा होने के बाद फिजा पर नाम छा गया था। ऊंचे से ऊंचे बाजार भाव पर प्रॉपर्टी बेचता राम चरन चर्चा में आ गया था। वी आई पी मुख्यतः राम चरन के क्लाइंट थे। चूंकि कुंवर खम्मन सिंह ढोलू का रिश्ता राम चरन के साथ अब जग...
by Major Krapal Verma | Mar 7, 2024 | राम चरण
“महाभारत में हार और जीत को जीवन की समस्याओं और इनके समाधानों से परिभाषित किया गया है।” पंडित कमल किशोर अपनी ओजपूर्ण वाणी से जमा भक्तों को व्याख्यान दे रहे थे। “धर्म का अभिप्राय धारणा से है।” वह समझा रहे थे। “जो धारण करने योग्य है वही धर्म...
by Major Krapal Verma | Mar 6, 2024 | राम चरण
“लो आज तक का हिसाब” कालू ने जेब से नोट निकाल भोंदू को थमाए थे। “कल से मत आना!” उसने आदेश दिया था। “काम बंद कर रहे हैं।” भोंदू ने भौचक आंखों से कालू को देखा था। जी तोड़ काम के बदले पेट भर खाना मिलता था और महीने में छोटी मोटी पगार पा...
by Major Krapal Verma | Mar 5, 2024 | राम चरण
कालू सूनी-सूनी निगाहों से सामने पसरे खाली मैदान को एक टक देख रहा था। मद्दी चल रही थी। कोई गहमागहमी न थी। किसी तरह की मारा-मारी भी न थी। ग्राहकों का अकाल पड़ रहा था। भोंदू खाली बैठा ऊंघ रहा था। कालू ही था जिसकी आंखों में नींद नहीं चिंता डोल रही थी। कई बार सोचा था कि...