by Major Krapal Verma | Dec 26, 2024 | रजिया
स्काई लार्क को ले कर सर रॉजर्स का नाम एक बार फिर उठ खड़ा हुआ था। और सर रॉजर्स भी एक बार फिर जैसे नींद त्याग कर उठे थे और अब युद्ध के लिए तैयार थे – तत्पर थे। न जाने कैसे फिर से एक बार उनका मन अमेरिका के लिए लड़ने का बन गया था। एक नई चुनौती को उन्होंने ओट लिया...
by Major Krapal Verma | Dec 24, 2024 | रजिया
“धांय, धांय, धांय।” जौहर ने गोलियां चलाई हैं – अनगिनत गोलियां। खूब जम कर खून खराबा हुआ है। “मैं जालिम हूँ।” उसने ऐलान किया है। “मैं दुनिया से जुल्म को खत्म ही करके दम लूंगा।” उसका कहना है। “हिम्मत है तो मुझे मारो।”...
by Major Krapal Verma | Dec 18, 2024 | रजिया
लैरी आ रहा था। सर राॅजर्स के दिमाग में लैरी एक युग की तरह लाैट रहा था। बीते युग की तरह। उन्हें रह-रह कर आज अपना वही स्वागत समाराेह याद आ रहा था जाे लैरी ने बड़ी ही श्रद्धा के साथ आयाेजित किया था। देश और समाज ने सच्चे मन से उनका आदर किया था। उनके किस्से कहानियां पढ़े...
by Major Krapal Verma | Dec 15, 2024 | रजिया
सोफी का मन बहुत अशांत था। लैरी कल ब्रेकफास्ट पर आ रहा था। लैरी ने सब कुछ तय कर लिया था। लेकिन एक वह थी कि अभी तक कुछ भी तय न कर पाई थी। और एक रॉबर्ट था जो पैर में चुभते कांटे की तरह उसे लगातार काट रहा था। रॉबर्ट के साथ जिया विगत अब सोफी को साल रहा था – सता रहा...
by Major Krapal Verma | Dec 14, 2024 | रजिया
क्या रॉबर्ट का सर रॉजर्स के साथ राइडिंग पर जाना कोई अर्थ रखता है? सोफी को यह बहुत बुरा लगा है। वह अकेली है, निपट अकेली। जैसे कि अपने कुछ नापाक इरादों के साथ वह अकेली आ बैठी हो। कोई गुनाह करके छुप रही हो। या कि कोई गलत बात हो कर उसके गले में टंगी हो। या कि कोई ऐसा...