राम चरन भाग नवासी

राम चरन भाग नवासी

“आप से कोई कन्या मिलने आई है।” क्रांति वीर आश्रम हैदराबाद में नई क्रांति लाने के उपक्रम में व्यस्त सुमेद को सूचना मिली थी। सुमेद चौंका था। उसे दाल में कुछ काला दिखा था। उसे लगा था कि अब उसके मिशन को फेल करने के लिए कोई था जो चाल चल रहा था। कोई चाह रहा था...
राम चरन भाग नवासी

राम चरन भाग अट्ठासी

ढोलू सराय के परी महल में आज अलग ही रंगत दिख रही थी। शिव चरन का नाम करण संस्कार होना था। उत्सव की तैयारियां बड़े उल्लास के साथ संपन्न हुई थीं। नाम करण के बाद ब्राह्मण भोज था और दान दक्षिणा भी दी जाने वाली थी। कुंवर साहब चाहते थे कि इस उत्सव को पूरी सामर्थ्य लगा कर...
राम चरन भाग नवासी

राम चरन भाग सतासी

“शिव चरन और श्याम चरन – दो बेटे – सुंदरी के बेटे – उसकी ट्रु कॉपी!” राम चरन के दिमाग पर आज एक नया सोच तारी था। “अमन और चमन – दो बेटे – सलमा के बेटे और .. और नारंग की ट्रू कॉपी। हाहाहा! वॉट ए ब्लडी जोक!” वह फिर से...
राम चरन भाग नवासी

राम चरन भाग छियासी

मुनीर खान जलाल का फोन कई बार बजा था लेकिन उसने काट दिया था। चेन्नई में अजान मंजिल में भूरे खान के साथ गुप्त वास में बैठा मुनीर बेहद संगीन प्रसंगों से गुजर रहा था। “तुम्हारा सलैक्शन बड़े सोच विचार के बाद हुआ है, भूरे खान!” मुनीर खान जलाल भूरे खान को अकेले...
राम चरन भाग नवासी

राम चरन भाग पचासी

“इस्लामिस्तान बनने के बाद हिन्दुस्तान की कैपिटल हैदराबाद होगी सज्जाद भाई!” मुनीर खान जलाल ने एक नई घोषणा की थी। “ये बहुत पहले हो गया होता अगर अंग्रेज गांधी को मरवा न देते।” मुसकुराया था मुनीर। “हिन्दुस्तान का दिल समझो हैदराबाद को।”...