राम चरन भाग चौरानवे

राम चरन भाग चौरानवे

हमारा हिन्दू राष्ट्र की सोमवार सभा लगी थी। संघमित्रा को लगा था जैसे उसका देखा स्वप्न जीवंत हो अब घट जाने को तैयार था। “आज की सभा संघमित्रा – हमारी संस्था की नई सदस्य के राष्ट्र गान से आरंभ होगी।” स्वयं सुमेद शास्त्री ने जमा लोगों को संबोधित किया था।...
राम चरन भाग चौरानवे

राम चरन भाग तिरानवे

“इन आयरन वॉल ऑफ आर एस एस अगेन्सट दी ऑनस्लॉट ऑफ इस्लाम?” राम चरन अपने ऑफिस के एकांत में बैठा-बैठा बार-बार इसी जुमले को दोहरा रहा था। राम चरन के दिमाग में एक ट्रायएंगल बना था जो उसे डरा रहा था। वह देख रहा था – हैदराबाद में हिन्दू राष्ट्र बनाते सुमेद...
राम चरन भाग चौरानवे

राम चरन भाग बानवे

शिव चरन के जन्म के साथ-साथ इंद्राणी का भी जैसे पुनर्जन्म हो गया था। इंद्राणी शिव चरन को ढोलू शिव का ही अवतार मानने लगी थी। ढोलू शिव की कृपा से ही उनका वंश फिर से हरा भरा हो उठा था। राम चरन भी तो ढोलू शिव की ही देन था। वरना तो सुंदरी ने तो राह ही दूसरी गही थी। न जाने...
राम चरन भाग चौरानवे

राम चरन भाग इक्यानबे

सोमवार की होने वाली गोष्ठी के बारे सुमेद सोच नहीं पा रहा था कि कौन से विचार को आगे बढ़ाए? सहसा उसे ध्यान आया था कि क्यों न संघमित्रा को भी शामिल कर लिया जाए। पता तो चले कि वह क्या ध्येय, उद्देश्य और जिंदगी से कौन से सरोकार पा जाना चाहती थी। “सुमेद! ये कौन सी...
राम चरन भाग चौरानवे

राम चरन भाग नब्बे

प्रातः काल की बेला थी। कृष्णा सागर आंदोलित था। सुमेद और संघमित्रा सागर किनारे आ बैठे थे। इस परम एकांत में वो दोनों भी कृष्णा सागर की तरह ही आंदोलित हो उठे थे। बचपन की यादों ने दोनों को सागर की लहरों की तरह झकझोर कर रख दिया था। दोनों साथ-साथ खेले थे। दोनों आपस में खूब...