by Major Krapal Verma | Jul 24, 2024 | राम चरण
“कुंवर साहब चाहते हैं कि जवानों की तरह किसानों को भी हम वो सुविधाएं दें जो ..” राम चरन ने रुक कर जनरल फ्रामरोज के चेहरे को पढ़ा था। “छह महीने के बाद चुनाव हैं।” राम चरन ने सूचना दी थी। “चुनावों से पहले ..!” राम चरन तनिक सा मुसकुराया...
by Major Krapal Verma | Jul 22, 2024 | राम चरण
राम चरन पागल हो गया था। वह अपनी सुध बुध भूल गया था। उसे केवल और केवल याद था – काशी। वो देख रहा था – पर्ण कुटीर में अकेली बैठी संघमित्रा। जो उसके आने का इंतजार कर रही थी। वो संघमित्रा जो एक प्रेमिका की तरह से पुकार रही थी। एक लंबी थकाने वाली, पगलाने वाली...
by Major Krapal Verma | Jul 22, 2024 | राम चरण
एस एस कोड पहुंच गया था। ठीक छह माह बाद जिहाद की जंग का ऐलान होना था। एक साथ पूरी दुनिया में धमाका होना था। आइडिया था कि कोई भी देश किसी की मदद करने के लिए ठाली न छोड़ा जाए। हर आदमी की चौखट पर एक ही समय में जंग रुप जाए। हर कोई अपनी-अपनी जंग लड़े और मारा जाए। “जीत...