by Major Krapal Verma | May 24, 2025 | रजिया
रजिया सुल्तान बनी सोफी को बिंदा बेगम चकित निगाहों से कई पलों तक देखती रही थी। “हाय अल्लाह। क्या हुस्न है?” बिंदा बेगम के मुंह से अनायास ही निकला था। “नजर न लग जाए।” उन्होंने सोफी की नजर उतारी थी। “घुड़सवारी आती है?” बिंदा बेगम ने...
by Major Krapal Verma | May 23, 2025 | रजिया
“लिंडा भारत जा रही है।” माइक ने सर राॅजर्स काे सूचना दी थी। मात्र लिंडा का नाम सुन कर सर राॅजर्स सचेत हाे गए थे, जागृत हाे गए थे। लिंडा उन्हें अलग ढ़ग से अच्छी लगती थी। लिंडा की छवि, हाव भाव और बात चीत तथा एक्सप्रेशन उनके मन काे भा जाते थे। उनका मन बार-बार...
by Major Krapal Verma | May 14, 2025 | रजिया
“ही हैज पेंटिड अमेरिका रैड!” सर रॉजर्स टैड को सूचना दे रहे थे। “डाउन विद डॉलर – उसका अकाट्य नारा है और अरबपतियों खरबपतियों के मुकाबले दरिद्र नारायणों को जंग में उतारने का उसका इरादा है।” “मैं कुछ समझ नहीं पाया सर।” टैड आश्चर्य...
by Major Krapal Verma | May 11, 2025 | रजिया
माइक के स्वागत में सर रॉजर्स दिल दिमाग खोल कर बैठे थे। “और कैसा रहा ब्लाडी बोस्टक का मिशन?” सर रॉजर्स ने माइक का हार्दिक स्वागत करते हुए पूछा था। “मैं तो कहूंगा सर ये एक अनमोल अनुभव रहा।” माइक ने तनिक मुसकुराते हुए उत्तर दिया था। “वहां तो...
by Major Krapal Verma | May 9, 2025 | रजिया
माइक ब्लाडी बोस्टक से डबल माइंड ले कर लौटा था। उसके दिमाग के अंतिम छोर पर उसे अभी भी रूस, चीन और वियतनाम के झंडे लहराते दिखाई दे रहे थे। उसे दुनिया भर से आती सतरंगी भीड़ डरा रही थी। उसे छोटे-छोटे पैरों से रेंग कर आती रिवॉल्यूशन दिखाई दे रही थी। वह देख रहा था कि किस...
by Major Krapal Verma | May 8, 2025 | रजिया
अचानक ही ब्लाडी बोस्टक सजने लगा था, और चहल-पहल बढ़ गई थी। बाजे, नगाड़े और अनेक-अनेक प्रकार के प्रयोजन होने लगे थे। हवा का रुख ही बदल गया था। माइक ने अनुमान लगाया था कि जालिम आने वाला था। और जब पत्रकार और अखबार नवीसों को आदेश मिले थे कि वो कल चार बजे तक शहर में बाहर न...