रजिया भाग 21

रजिया भाग 21

राहुल सिंह के साथ घूमती फिरती सोफी को आज भारत बहुत ही जाना पहचाना लग रहा था। कितनी सहजता से राहुल सिंह उसकी हर जिज्ञासा का जवाब देता था – कमाल ही था। “इस तरह के जिरह बख्तरों को पहन कर और घोड़े पर सवार हो कर ये तुम्हारे राणा जी कैसे लड़ पाते होंगे...
रजिया भाग 21

रजिया भाग 20

“तुमने भारत को देखा है तो भारत ने तुम्हें देखा है।” सर रॉजर्स बताते हैं। “आंख तो सबकी होती हैं, सोफी।” वह विहंस कर कहते हैं। “भारत में ..” “कुछ अनूठा तो है।” सोफी बात काटती है। “मैं मानती हूँ कि भारत में कुछ अलग से...
रजिया भाग 21

रजिया भाग 19

केवल हिन्दी का हथियार हाथ में पकड़े वह भारत चली आई थी। “सोफी!” एक अति आत्मीय आवाज फोन पर गूंजी थी। “आ जाओ मेरे साथ। मैं दक्षिण भारत के टूर पर हूँ। बाई गॉड सोफी यू वुंट बिलीव इट ..!” रॉबर्ट बोल रहा था। “नहीं!” सोफी का दो टूक उत्तर...
रजिया भाग 21

रजिया भाग 18

स्काई लार्क को ले कर सर रॉजर्स का नाम एक बार फिर उठ खड़ा हुआ था। और सर रॉजर्स भी एक बार फिर जैसे नींद त्याग कर उठे थे और अब युद्ध के लिए तैयार थे – तत्पर थे। न जाने कैसे फिर से एक बार उनका मन अमेरिका के लिए लड़ने का बन गया था। एक नई चुनौती को उन्होंने ओट लिया...
रजिया भाग 21

रजिया भाग 17

“धांय, धांय, धांय।” जौहर ने गोलियां चलाई हैं – अनगिनत गोलियां। खूब जम कर खून खराबा हुआ है। “मैं जालिम हूँ।” उसने ऐलान किया है। “मैं दुनिया से जुल्म को खत्म ही करके दम लूंगा।” उसका कहना है। “हिम्मत है तो मुझे मारो।”...
रजिया भाग 21

रजिया भाग 16

लैरी आ रहा था। सर राॅजर्स के दिमाग में लैरी एक युग की तरह लाैट रहा था। बीते युग की तरह। उन्हें रह-रह कर आज अपना वही स्वागत समाराेह याद आ रहा था जाे लैरी ने बड़ी ही श्रद्धा के साथ आयाेजित किया था। देश और समाज ने सच्चे मन से उनका आदर किया था। उनके किस्से कहानियां पढ़े...