by Major Krapal Verma | Mar 17, 2025 | रजिया
लैरी भारत से लौट आया था। जालिम का फोटो जिसे लैरी साथ ले कर आया था स्काई लार्क के लिए किसी उत्सव से कम न था। पहली बार जालिम का हाल हुलिया उजागर हुआ था। और पहली बार ही स्काई लार्क के लोगों ने उस फोटोग्राफ को आंखें भर-भर कर देखा था। अभी तक की की सारी कल्पनाएं और कयास...
by Major Krapal Verma | Mar 13, 2025 | रजिया
हैदराबाद की चारमीनार के चारों ओर भरी चहल पहल में लैरी किसी गुलाम अली की तलाश में पागल हुआ घूम रहा था। गुलाम अली को नाम से तो सब जानते थे पर उसका पता किसी के पास न था। और न कोई लैरी की मदद ही करना चाहता था। यहां अमरीकनों का नहीं अरबों का बाजार था – लैरी की समझ...
by Major Krapal Verma | Mar 6, 2025 | रजिया
“तुम दोनों को समर कोट वापस जाना होगा!” सोफी ने बतासो और कालिया को सूचना दी थी। “तुम वहां का सब कुछ जानते हो। जालिम और तरन्नुम बेगम भी तुम्हें जानते हैं। इस लिए तुम दोनों को चुना है।” सोफी का स्वर सहज था। लगा था तड़तड़ा कर बिजली उन दोनों के सरों...
by Major Krapal Verma | Mar 5, 2025 | रजिया
“किलर्स! इस मिशन काे तुम अपने हाथ में लाे लैरी।” सर राॅजर्स लैरी काे समझा रहे थे। “ये स्काई लार्क का मुख्य मुद्दा है।” उन्हाेंने खुलासा किया था। “इसमें औरत इन्वाॅल्व है।” सर राॅजर्स ने सूचना दी थी। लैरी तनिक उखड़ आया था। उसे बात समझ...
by Major Krapal Verma | Mar 1, 2025 | रजिया
माइक सर राॅजर्स काे अपनी बनाई याेजना समझा रहा था। “मैं इन तीनाें फरजंद, फरमान और ऐलान काे बेट – माने कि लालच का बकरा बना कर इस्तेमाल करूंगा सर।” माइक सीधे मुद्दे पर आ गया था। “मैं समझता हूॅं कि इन तीनाें का पता लगाने के लिए अवश्य ही जालिम के...
by Major Krapal Verma | Feb 27, 2025 | रजिया
टैड उतावली में था। वह जानता था कि जालिम दुनिया के लिए एक संगीन खतरा था। और खास कर अमेरिका के लिए तो वो जानी दुश्मन जैसा ही था। अगर जालिम जीता तो अमेरिका का नीचे जाना तय था। जालिम की कुछ दलीलें तो सटीक थीं। ठीक भी थीं। जनता के लिए तो एक नशा जैसी थीं। जानता था जालिम कि...