by Major Krapal Verma | Dec 24, 2021 | सॉरी बाबू
“हैज ए मुस्लिम किल्ड गांधी?” लॉर्ड माऊंटबेटन ने अपने अरदली से पूछा था। “नो सर!” अरदली का उत्तर आया था। “गोडसे ए हिन्दू किल्ड हिम!” “थैंक्स गॉड!” लॉर्ड माऊंटबेटन हीव्ड ए साइ ऑफ रिलीफ। लॉर्ड माऊंटबेटन का डर सही था। अगर...
by Major Krapal Verma | Dec 21, 2021 | सॉरी बाबू
नितांत अकेली बैठी नेहा के मन में सरिता द्वारा भरा भूचाल ठाठें मार रहा था। सरिता का सुझाया जीवन दर्शन नितांत नया लगा था उसे। कंचन सी काया को लेकर यों अकेले अकेले इस जेल की काल कोठरी में जीना कौन अक्लमंदी थी जबकि उसकी बेल हो चुकी थी और जेल के बाहर भरा पूरा परिवार था...
by Major Krapal Verma | Dec 18, 2021 | सॉरी बाबू
नेहा निर्दोष है – एक नारे की तरह पूरे देश में गूंज उठा है! नेहा को जेल में बंद रखने की साजिश अंतरराष्ट्रीय है। एक बड़ा षड्यंत्र है जिसका उद्देश्य है गजवा-ए-हिंद। इस्लाम के विचारकों के अनुसार भारत को एक इस्लामिक देश होना ही चाहिये। अंग्रेजों ने भारत को मुसलमान...
by Major Krapal Verma | Dec 14, 2021 | सॉरी बाबू
महुआ मोहनपुर के घाट पर एक अनहोनी घटना घट गई थी। विक्रांत नेहा के साथ वहां पहुंचा था। उनका इरादा नौका विहार का था। लेकिन लोगों की जमा भीड़ ने उन्हें चारों ओर से घेर लिया था। तरह तरह के प्रश्न पूछे जा रहे थे। नेहा को लेकर लोग उत्साहित थे और सारे प्रश्न उत्तर का केंद्र...
by Major Krapal Verma | Dec 7, 2021 | सॉरी बाबू
हवाई जहाज में लक्ष्य द्वीप की उड़ान पर जाते रमेश दत्त आज भिन्न प्रकार से सोच रहे थे। “नो मोर बॉलीवुड!” उन्होंने स्वयं से कहा था। “इनफ इज इनफ!” उन्होंने स्वीकार में सर हिलाया था। “कोरा मंडी को पूरा करने के बाद और कोई फिल्म बनाएंगे ही...
by Major Krapal Verma | Nov 14, 2021 | सॉरी बाबू
“कुत्ते! तेरी ये औकात!” पठान पहलवान के सीने पर लात मार कर उसे ललकारता है। ये फिल्म पठान और पहलवान का संवाद दर्शकों से सहा नहीं जाता है। दर्शक महसूसते हैं कि ये मुसलमानों ने जान मान कर हिन्दुओं को अपमानित किया है और ललकारा है कि वो अपनी औकात न भूलें।...