by Major Krapal Verma | Apr 4, 2022 | सॉरी बाबू
जय प्रकाश नारायण और जे बी कृपलानी की कमेटी के सामने चार प्रधान मंत्री बनने के उत्तराधिकारी थे – राज नारायण, चरण सिंह, मुरारजी देसाई और जगजीवन राम! उन दोनों ने इक्यासी साल के वृद्ध और अनुभवी मुरारजी देसाई को चुना था और देश का प्रधान मंत्री पद सर्व सम्मति से...
by Major Krapal Verma | Apr 2, 2022 | सॉरी बाबू
“मैं आप लोगों के लिए शिमला समझौते की एक नायाब सौगात लेकर लौटी हूँ!” श्रीमति इंदिरा गांधी ने पार्लियामेंट में उद्घोष किया था। “अब एशिया में लोग शांति से रहेंगे!” उन्होंने मुसकुराते हुए कहा था। “नो वॉर्स! नो कनफ्लिक्ट्स!” उनका ऐलान...
by Major Krapal Verma | Mar 24, 2022 | सॉरी बाबू
1967 के चुनावों ने जहां पुरानी अनेकों मान्यताओं को तोड़ा था वहीं अनेकों नई संभावनाओं को भी जन्म दिया था। कांग्रेस अब अजेय नहीं रही थी। के कामराज, अतुल्य घोष और एस के पाटील चुनाव हारे थे तो देश में एक आश्चर्य की लहर दौड़ गई थी। जन संघ पार्टी अब अछूत नहीं रही थी। पहली...
by Major Krapal Verma | Mar 14, 2022 | सॉरी बाबू
शिखा का तीसरा नेत्र अचानक ही खुल गया था। लंदन में श्रीमति इंदिरा गांधी – भारत की नव निर्वाचित प्रधान मंत्री के साथ चले आना अपने आप में एक अनुभूति थी। लंदन विश्व में एक अलग महत्व का शहर था। यहां की संस्कृति आज पूरे विश्व की संस्कृति बन चुकी थी और जहां जो भी लंदन...
by Major Krapal Verma | Feb 27, 2022 | सॉरी बाबू
नेहरू जी की मृत्यु के बाद लावारिस हुआ भारत – यू कैन टेक इट की मुद्रा में पूरे विश्व के सामने आ खड़ा हुआ था। 1962 के युद्ध में परास्त हुआ भारत एक ऐसा साम्राज्य था जिस पर हर किसी की आंख लगी थी। ऐसा ही नहीं था कि विदेशियों के मुंह में पानी आ गया था, यहां देसी सत्ता...
by Major Krapal Verma | Feb 21, 2022 | सॉरी बाबू
“नया युग बांहें पसारे हमारे स्वागत में आ खड़ा हुआ है मित्रों!” 1953 में नेहरू जी ने बयान दिया था। “इस सवेरे की महक और सफलताओं की खनक और हमारा सौभाग्य आज हमारे साथ खड़ा है। अब हम आगे बढ़ेंगे दोस्तों और ऊंचे उठेंगे – बहुत ऊंचे!” उनका कहना...