सॉरी बाबू

सॉरी बाबू

धारावाहिक ‘सॉरी , बाबू ।’ अचानक ही नेहा के कंठ – स्वर आद्र हो आये थे । न जाने कैसा कोई अपराध – बोध था – जो उस के तन – मन में व्याप्त हो गया था । न जाने क्या था – जो वह कहना चाहती थी । और न जाने कैसा पश्चाताप था जो आज कूद कर...