by Major Krapal Verma | Sep 18, 2020 | सॉरी बाबू
धारावाहिक -7 ‘नई फसल’ के उद्घाटन पर विक्रांत ने मेरा मुंह मीठा कराया था । उस के हाथ से लड्डू खा मुझे बहुत अच्छा लगा था । जब विक्रांत ने मुझे चाहत पूर्ण निगाहों से देखा था तो मैं बावली हो गई थी । फिल्म की शूटिंग के दौरान अब हम मिलने-जुलने लगे थे । कुछ बेहद...
by Major Krapal Verma | Sep 17, 2020 | सॉरी बाबू
धारावाहिक – 6 ‘मां से नहीं मिली ?’ भूरो ने आदतन पूछा है । ‘नहीं मिली ।’ नेहा का स्वर कड़क है । ‘तो …..?’ उस ने मुड़ कर भूरो को घूरा है । ‘अरे, ना मिल …।’ कामिनी बीच में आई है । ‘तू चुप कर भूरो...
by Major Krapal Verma | Sep 12, 2020 | सॉरी बाबू
धारावाहिक – 5 -तू तो पगली है ।’ नेहा ने भूरो को डांटा है । उसे भूरो अच्छी नहीं लगती । एक दम क्रूड है ….देहाती …गंवारू । ‘क्या कहा था , तूने जज को ?’ नेहा पूछ लेती है । ‘क्या कहती ? सच-सच कह दिया ।’ भूरो ने नेहा को कड़ी...
by Major Krapal Verma | Sep 11, 2020 | सॉरी बाबू
धारावाहिक – 4 -आज क्या हुआ , इसे ?’ कामिनी ने भूरो से पूछा है । ‘सुबह-सुबह नहा ली …बाल भी धोए हैं ….और अब सुलझाने लग रही है । कपड़े भी बदले हैं । अब गीत गुनगुना रही है । क्या हुआ ?’ ‘जानौ – सगाई आन वाली हो ?’ भूरो...
by Major Krapal Verma | Sep 10, 2020 | सॉरी बाबू
धारावाहिक – 3 ‘अरे, रे ।’ नेहा उछल पड़ी है । वह चक्की में अकेली है । भूरो दवाई लेने गई है । कामिनी कैन्टीन चली गई है । ‘ये तो …ये तो ..खुड़ैल – माने वही । हां, हां। वही हू- ब- हू रमेश दत्त ही है ।’ नेहा अनुमान लगाती है ।...
by Major Krapal Verma | Sep 9, 2020 | सॉरी बाबू
धारावाहिक – 2 ‘यादें हैं …फरियादें हैं ….झगड़े – टंटे हैं …और हैं – तुम्हारे बोल , तुम्हारे कहे संवाद , बाबू । कैसे भूल जाउं – जब तुमने मुझे बॉहों में भर कर कहा था – नेहा । तुम्हीं मेरा जीवन- जगत हो । मैंअब नेहा-मय...