by Major Krapal Verma | Jun 24, 2021 | सॉरी बाबू
सी बी आई ऑफिस के बरांडे में टूटी कुर्सी पर इंतजार में बैठे रमेश दत्त आज बुरी तरह से आंदोलित थे। बुरे बुरे स्वप्न आ आकर उन्हें सता रहे थे। पूरा विगत बार बार उनकी आंखों के सामने आकर ठहर जाता था। वह जानते तो थे कि मामला विक्रांत की हुई मौत का ही था। लेकिन बार बार वह सच...
by Major Krapal Verma | Jun 9, 2021 | सॉरी बाबू
रमेश दत्त को लगा था कि वो पागल हो जाएगा – और नहीं हुआ तो भी हो जाएगा! घंटों से वह वायरल हुए नेहा के फोटो को देख रहा था। यूं तो विक्रांत का फोटो भी नेहा के साथ ही छपा था लेकिन रमेश दत्त ने उसपर कोई ध्यान न दिया था – या कि वो ध्यान देना न चाहता था! लेकिन...
by Major Krapal Verma | May 31, 2021 | सॉरी बाबू
आज चिंता के महासागर में डूबा बैठा था रमेश दत्त। विक्रांत जो विष बीज बो गया था अब वो उग आये थे और पुष्पित पल्लवित होने लगे थे। पूरी युवा पीढ़ी ने रमेश दत्त के खिलाफ झंडे डंडे उठा लिए थे। उसके नाम की खूब बदनामी हो रही थी। हर कोई उसे ही जिम्मेदार मान रहा था –...
by Major Krapal Verma | May 22, 2021 | सॉरी बाबू
“डी एस ने ऑफिस में बुलाया है!” रतन ने नेहा को सूचना दी है। नेहा का तन मन चौकन्ना हो गया है। नेहा सोच रही है कि क्या उसने कोई गलती की है? या कि ऐसा कुछ है जिसका उत्तर उसे डी एस को देना होगा? क्या कारण हो सकता है कि डी एस ने उसे .. भारी भारी कदम गिन गिन कर...
by Major Krapal Verma | May 18, 2021 | सॉरी बाबू
चुपचाप वाइट बीच पर वो दोनों अचानक ही आ बसे थे। वो थे, समुद्र था – अथाह समुद्र और थी सुखद बयार जो उन्हें हर पल बहकाती रहती थी .. सहलाती रहती थी और .. और हॉं कुछ परिंदों के परिवार भी उनके आस पास आ बसे थे। कभी कभार ही कोई मनुष्य दिखाई देता था .. वरना तो .. जैसे वो...
by Major Krapal Verma | May 12, 2021 | सॉरी बाबू
“एक लंबी ढूंढ खखोर और जांच पड़ताल के बाद हमने आप दोनों को चुना है! मैं कैली हूँ। मैं फिल्म – द वे ऑफ लाइफ या कहें जीने की राह की प्रोड्यूसर हूँ।” कैली ने ठहर कर उन दोनों की प्रतिक्रिया पढ़ी थी। “अ-अ-आप इतनी अच्छी हिन्दी बोलती हैं?” नेहा...