by Major Krapal Verma | Oct 11, 2021 | सॉरी बाबू
बॉलीवुड के फिल्मी अखाड़े में अचानक ही दो पहलवान आमने सामने आ खड़े हुए थे। अब दो विचारधाराओं की तरह दोनों आपस में टकरा रहे थे। एक पूरब तो दूसरा पश्चिम। कौन बुरा था और कौन भला था – किसी को पता नहीं था। हॉं! इतना सब को पता था कि कोरा मंडी – प्रख्यात फिल्म...
by Major Krapal Verma | Oct 7, 2021 | सॉरी बाबू
“गुरु तो गुड़ रह गये और चेला हो गये शक्कर।” सुधीर हंसा था। “मान गये दत्त साहब आपके चेले को।” उसने विक्रांत की प्रशंसा की थी। “क्या किरदार निकाला है – जीने की राह में?” सुधीर की आंखों में आश्चर्य था। रमेश दत्त को हुलिया बिगड़...
by Major Krapal Verma | Oct 1, 2021 | सॉरी बाबू
“हम शादी कब करेंगे बाबू?” नेहा ने बेहद मीठी आवाज में विक्रांत से एक ऐसा प्रश्न पूछा था जिसने उसका सारा सोच विमोच छिन्न भिन्न कर डाला था। नेहा को समग्र रूप से पाने की विक्रांत की अमर अभिलाषा उसके गले से आकर लिपट गई थी, उसे मनाने लगी थी, उस रिझाने लगी थी औ...
by Major Krapal Verma | Sep 26, 2021 | सॉरी बाबू
प्रेस कॉनफ्रेंस में अकेले नेहा को बुलाना और विक्रांत को छोड़ देना एक अजीब बात थी। “मैंने नहीं जाना!” नेहा रूठ गई थी। “अगर वो तुम्हें नहीं बुलाते तो मैं भी ..” नेहा डरी हुई थी। वह अकेली होगी प्रेस कॉनफ्रेंस में तो न जाने कौन कौन क्या क्या सवाल...
by Major Krapal Verma | Sep 17, 2021 | सॉरी बाबू
“ये क्या कर डाला तुमने कासिम?” नबी की आवाज सर्द थी। वो कहीं गहरे में दरक गये थे। उन्हें कासिम पर रोष था। “क्या मिला तुम्हें इस छोकरे को मार कर ..?” उनका पहला ही प्रश्न था। कासिम आज मुद्दतों के बाद मिल रहा था अपने गॉड फादर नबी सुलेमान से। यूं तो...
by Major Krapal Verma | Sep 10, 2021 | सॉरी बाबू
“भाई ये क्या शगूफा है सनातन का?” फैल्टर पूछ रहा था। उसने विक्रांत को नई निगाहों से घूरा था। वह आज का बहुचर्चित स्टार था। उसकी फिल्म लाइट एंड ब्राइट हंगामा मचा रही थी। लेकिन सनातन का मात्र ऐलान ही फैल्टर को पच न रहा था। “ये जादूगरों का खेल यहॉं नहीं...