आइस-क्रीम

आइस-क्रीम

” लो.. आपका आइस-cream का डब्बा!”। ” चलो! वापस आ गया… मेरा डब्बा! काम आएगा”। दरअसल बहुत पहले मैने बिटिया की सहेलियों के लिए.. आइस-क्रीम का डब्बा गाजर के हलवे से भर कर दिया था.. पर वह वापस लाना भूल गयी थी.. और आज ले आयी। गर्मियों में परिवार के...
होली

होली

होली के दिन दिल खिल जाते हैं रंगों में रंग मिल जाते हैं। दिवाली की तरह ही.. होली भी भारतवर्ष का एक बड़ा और महत्वपूर्ण त्यौहार है। होली भी बुराई पर अच्छाई का प्रतीक है। जब से होश संभाला.. होली और दिवाली दोनों ही त्यौहार मन को ख़ूब भाए। पर होली तो जैसे मन में कुछ...
Pen

Pen

Pen की भी प्यारी सी कहानी है.. और जीवन की यादों में ये pen एक महत्वपूर्ण हिस्सा रखते हैं। सभी का तो पता नहीं ! पर हाँ! मेरी यादों का तो पन्ना हैं.. ये pen बड़ा मस्त अनुभव था.. जब पाठशाला में pen की शुरुआत हुई थी। तरह-तरह के सुंदर ink-pen का इस्तेमाल किया था.....
दही

दही

दही, दूध का हमारे जीवन में और हमारी सेहत के साथ पुराना रिश्ता है। बहुत सारे शगुन-अपशगुन भी दही-दूध से जुड़े हुए हैं। बचपन से ही नहाई हुई हूँ.. मैं !दही-दूध में, पर कभी शगुन-अपशगुन पर ध्यान ही नहीं गया। उम्र, तज़ुर्बे और कहानियों ने मेरी सोच को बदला.. और अब दही-दूध की...
Footmat

Footmat

” अरे! यह क्या मंगवा लिया! आपको ठग लिया.. बेकार ही ऑनलाइन मँगवाया.. इससे तो ख़ुद ही जाकर मार्केट से ले आतीं”। दो footmat की ऑनलाइन शॉपिंग कर डाली थी.. मैंने.. देखने में तो अच्छे दिख रहे थे.. पर घर आने पर देखा, तो कुछ ख़ास नहीं निकले थे। मुझे भी अच्छा नहीं...