by Akhileshwar Mishra | Aug 12, 2019 | Uncategorized
मोहब्बत में तकरार, दोस्ती में दरार डाल देती है ये सियासत है इंसान को धर्मों में बाँट देती है यूँ तो मजहबे हमें प्रेम का ज्ञान देती हैं सियासत मजहबी ज्ञान पर पर्दा डाल देती...
by Akhileshwar Mishra | Jul 11, 2019 | Uncategorized
भरे हुए हैं शूरवीर यहाँ बस तू ही नहीं अकेला है जितने भी दिख रहे इंसान सबमें एक विजेता है लड़ी हुई है युद्ध सभी ने बाधाएँ सब ने झेली हैं कष्टों को सह के सभी ने जीत की होली खेली है अलग सभी का कौशल है सबकी अपनी रुचियाँ है रोहित बल्ले से बोला है तो बुमराह गेंद से गुर्राया...
by Akhileshwar Mishra | Jun 16, 2019 | Uncategorized
हमें अपनी जरूरतों की कुर्बानियों पर पाला है , हमारी शख्सियत में अपने संस्कारों को डाला है , हमारी हर ख्वाहिशों को यूँ चुटकियों में पूरा कर डाला है , लगता है हमारे पिता ने अलादीन का चिराग ढूंढ निकाला...
by Akhileshwar Mishra | Jun 15, 2019 | Uncategorized
राम केवल नाम नहीं हैं राम बस इंसान नहीं हैं राम तो जीवन दर्शन हैं कष्टों में धैर्य का प्रदर्शन हैं राम त्याग की मूर्ति हैं राम प्रेम की अनुभूति हैं राम एक संस्कार हैं राम मर्यादा का सार...
by Akhileshwar Mishra | Jun 7, 2019 | Uncategorized
देखा मैंने इक श्रमिक जो निज कर्म पर इतरा रहा था कर्म को ही धर्म माने नित निरन्तर जी रहा था शून्य सा लगता मुझे वो जिसका कोई मूल्य न था पर संग जिसके वो खड़ा था उस सा कोई बहुमूल्य न था अपने लहू से सींचकर वो धरती से सोना बनाता पर निरा अभिशिप्त था वो खुद को कुछ न दे था पाता...