शनि देव

अलग है पहचान इनका शनि देव इनका नाम है सूर्य के ये पुत्र हैं काल इनके भ्राता हैं दृष्टि इनकी है अलौकिक अद्वितीय इनकी गाथा है काला इनका पोशाक है वाहन इनका काक है देव दानव या कि मानव ये नहीं कुछ भेद करते कर्म के अनुसार सबका ये तो बस न्याय...

माघ मेला

चलल बा आदमिन क रेला माघ क मेला आईल बा आज बा अमौसा क नहान चलल बा बूढ़े संग जवान आपन धोवे खातिर पाप चलत बा करत करत ऊ जाप आज संगम में नहाके करिह पावन सब अपनाके भरिल गंगाजल क डब्बा कहत हैं देखा दद्दा लइके जात हैं मेला घूमे बुढ़ऊ कीर्तन सुनिके झूमें एक ओर बा चाट समोसा क ठेला...

एक कहानी यादों से

एक खूबसूरत सी शाम थी और माँ गँगा की घाट थी जहाँ बैठा मैं कुछ सोच रहा था यादों में कुछ खोज रहा था देख रहा था इक किरदार चमकता था वो पिताजी का चेहरा दमकता जो मेरे सपनों के आधार बने थे मेरे हर इच्छाओं के साथ खड़े थे हमेशा निराशा में आशा जगाते मिलते हमेशा हौसला बढ़ाते वो...

ख्वाबों का शहर

ख्वाबों के शहर में हम कुछ यूँ खो गए हैं अपने उलझनों में उलझे ही सो गए हैं उलझने दिमाग को ही अपना घर समझती हैं मुझे परेशाँ करना अपना मकसद समझती हैं परेशानियों की बातें भी हम कुछ बताते हैं एक खतम होते ही दूसरे शुरू हो जाते हैं किन्ही तरीकों से उलझने अब नहीं सुलझती हैं...

दशमुख रावण मन

रावण आज फिर कहीं मुस्कुराया होगा जब हजारों रावणों ने उसे जलाया होगा सोचा होगा अपने प्रतीकों को जलते देखकर लोगों ने खुद में तो मुझे ही जिलाया होगा उसे मायूसी भी हुई होगी इन रावणों को देखकर जब इन्होंने उसकी बुराइयों को केवल अपनाया...