माइक सर राॅजर्स काे अपनी बनाई याेजना समझा रहा था।
“मैं इन तीनाें फरजंद, फरमान और ऐलान काे बेट – माने कि लालच का बकरा बना कर इस्तेमाल करूंगा सर।” माइक सीधे मुद्दे पर आ गया था। “मैं समझता हूॅं कि इन तीनाें का पता लगाने के लिए अवश्य ही जालिम के लाेग लुकआउट पर हाेंगे।” माइक की दलील थी।
“लेकिन क्याें? दे आर जस्ट ए नाॅनसेंस वैल्यू। ये लाेग क्या लेकर आए हैं जाे जालिम इन्हें तलाश करेगा?”
“आइडेंटिटी सर।” माइक का उत्तर था। “जालिम चाहेगा कि इन्हें जहां भी हाें खत्म कर दें।”
“ताे कर दे।” सर राॅजर्स चहके थे। “हमें क्या?”
“जाे इन्हें खत्म करने आएगा वही हमारे काम आएगा सर। हम उसी का पीछा करेंगे।” माइक अपनी याेजना समझा रहा था। “हम ताे इन मराें की लाश काे हाथ भी नहीं लगाएंगे। लावारिस लाश काे सरकार ले लेगी और ठिकाने लगा देगी। हमारा काम चल पड़ेगा।”
“यस, यू हैव अ पाॅइंट माइक।” सर राॅजर्स तनिक मुसकुराए थे। “लेकिन कैसे बनाऒगे अगली याेजना? मैं नहीं चाहता कि किसी भी एंगल से स्काई लार्क सामने आए।” सर राॅजर्स ने चेतावनी दी थी।
“सर मेरी याेजना है कि हम इन तीनाें काे तीन देशाें में तीन तरह से तैनात करें। पहला अमेरिका, दूसरा ब्रिटेन और तीसरा जर्मनी। इनकी लाेकेशन हम मशहूर हार्बराें के आस पास चुनें।”
“लेकिन क्याें?”
“इसलिए कि जालिम के लाेग अनुमानतः हवाई जहाज में आना जाना नहीं करते क्याें कि उन्हें पकड़े जाने का डर रहता है। हार्बराें में इन्हें सुविधा रहती है।”
“ठीक साेच रहे हॊ!” सर राॅजर्स ने हामी भरी थी। “काम कैसे हाेगा?”
“हम इन तीनाें काे तीन काम देकर एक पक्के ठिकाने पर बिठा देंगे। सुबह से शाम तक और रात भी वहीं बिताएंगे, ये लाेग। जब दिन रात वहीं दिखेंगे ताे जालिम के तलाश करते लाेगाें की नजर में आसानी से आ जाएंगे।”
“गुड प्लैनिंग!” सर राॅजर्स खुश थे।
“तलाश हाेते ही तलाशने वाला इन्हें मारने की याेजना बनाएगा। हमारा आदमी जाे निगरानी पर हाेगा उसे देख लेगा। और जब वाे शिकार की हत्या कर के भागेगा तब उसका पीछा करेगा। लाश काे हाथ नहीं लगाएगा।”
“सफलता मिल सकती है।” सर राॅजर्स मान रहे थे। “हम उस आदमी का लगातार पीछा करते रहेंगे ताे ठिकाने पर जरूर पहुंच जाएंगे – सूनर और लेटर।”
“यस सर।” माइक ने भी हामी भरी थी।
“क्या तुम्हारे पास इन तीनाें देशाें में अपने लाेग हैं जाे इस मिशन में तुम्हारी मदद करेंगे?” सर राॅजर्स का अगला प्रश्न था।
“हैं सर। अमेरिका के शुभचिंतक मेरे पास दुनिया भर में हैं। सरकार में जब था तब मेरे पास बहुत लाेग आ जुड़े थे। वाे आज भी मुझसे संपर्क साधे हैं।”
“गुड थिंग!” सर राॅजर्स प्रसन्न हुए थे। “वैल बिगन इज हाफ डन।” उन्हाेंने जुमला कसा था। “मुझे तुमसे यही उम्मीद थी माइक। सिर्फ एक बात का ध्यान रहे – डाेंट वेक अप द वर्ल्ड।” चेतावनी दी थी सर राॅजर्स ने। “हमारा गेम आसान हाे जाएगा।” उन्हाेंने जाेर देकर कहा था। “जासूसी जगत की आंख के परे का खेल है माइ डियर।”
“नाऒ आई अंडरस्टेंड सर।” माइक ने भी स्वीकार किया था।
सर राॅजर्स माइक के चले जाने के बाद बहुत देर तक उसी के बारे साेचते रहे थे। सरकार ने माइक काे बेकार की वस्तु समझ कर भगा दिया था और उन्हाेंने उसे रास्ते से उठा लिया था और अब वही माइक कल का मशहूर जासूस हाेगा।
हीरे की पहचान जाैहरी काे ही हाेती है – सर राॅजर्स हंस पड़े थे।
बरनी के लिए सर राॅजर्स का पहली बार बुलावा आया था।
“अटक गया हाेगा कहीं बूढ़ा।” बरनी ने मन में साेचा था और हंस गया था। “काेई बड़ी आफत गले में डालेगा।” वह मान रहा था। जालिम की जुजें खुलने लगी थीं। बहुत सारे सबूत सामने आ चुके थे। उसकी हर घटना पर आंख थी। लेकिन उसके लिए क्या था वह समझ नहीं पा रहा था।
सर राॅजर्स ने बरनी की सूझ बूझ के बारे बहुत सुना था। साेफी ने कई बार उसका गुणगान किया था। आज उन्हें बरनी की जरूरत थी। अगला मिशन बड़ा ही पेचीदा था।
“चैलेंजिंग जाॅब है तुम्हारे लिए बरनी।” सर राॅजर्स ने बरनी काे सचेत किया था। “लेकिन मुझे उम्मीद है कि तुम कामयाब हाे सकते हाे।”
“आप के आशीर्वाद के बिना ताे असंभव हाेगा सर।” बरनी ने मुसकुराते हुए कहा था। “लेकिन हां, मैं ताे जान लड़ा दूंगा।”
“तभी ताे जालिम काबू आएगा।” सर राॅजर्स भी हंस गए थे।
“हमारे पास दाे हीरे हैं बरनी।” सर राॅजर्स ने बताना आरंभ किया था। “ये दाेनाें बेशकीमती हैं।” उनका कहना था। “अगर तुमने सूझ बूझ से काम लिया ताे हम फतह पा जाएंगे।” सर राॅजर्स ने आश्वासन दिया था। “तुम्हें मैं ये एक्सक्लूसिव काम साेंप रहा हूॅं बरनी। मुझे तुम पर भराेसा है – इसलिए ..” सर राॅजर्स ने आंख उठा कर बरनी काे कई पलाें तक देखा था।
बरनी सतर्क था। कुछ ज्यादा ही टेढ़ा काम मिलने वाला था बरनी काे।
“बतासाे और कालिया दाे ऐसे चश्मदीद गवाह हैं जिन्हाेंने समर काेट काे देखा है। जालिम और उसकी बेगम तरन्नुम की सेवा में रहे हैं।” सर राॅजर्स ने बताना आरंभ किया था। “मैं चाहता हूॅं कि तुम इन का सदुपयाेग कराे और जालिम काे जीत लाे।”
“लेकिन कैसे सर?” बरनी पूछ बैठा था।
“यही ताे कैच है बरनी। इस में तुम्हें ही कुछ करना हाेगा। कुछ ऐसा कराे जाे हमारी नैया पार लगा दे।” सर राॅजर्स ने बरनी काे अपांग देखा था। “मुझे तुमसे उम्मीद है कि तुम कुछ ऐसा – आई मीन काेई प्लाॅट तैयार कराेगे जाे जालिम काे फसा ले।”
बरनी चुप था। सर राॅजर्स भी चुप थे। लेकिन दाेनाें के दिमागाें में तूफान उठ खड़े हुए थे। दाेनाें एक साथ जालिम से जा उलझे थे। दाेनाें मिल कर उसे ढा देना चाहते थे। लेकिन कैसे?
“इनपुट क्या है सर?” बरनी ने लीडिंग सवाल पूछा था।
“ये कि ये दाेनाें स्वतंत्र रूप से ऊंटाें पर चढ़ कर समर काेट जा सकते हैं।” सर राॅजर्स ने जाेर देकर कहा था।
“और जाते ही जालिम इन्हें माैत के घाट उतार देगा।” बरनी ने विराेध किया था। “ये काम इतना सिंपल नहीं है सर। वह जालिम है और नाम भी उसका जालिम है। कम कमीना नहीं है वह।” बरनी ने तमक कर कहा था।
“ताे फिर तुम ही काेई प्लाॅट तैयार कराे बरनी।” सर राॅजर्स ने हथियार डाल दिए थे। “अब तुम ही बताऒगे कि हम अगली मुलाकात कब करें?”
“गिव मी सम टाइम टू प्लान सर।” बरनी ने आग्रह किया था।
“टेक याैर ऒन टाइम। नाे हरी।” मान गए गए थे सर राॅजर्स।
बरनी ने पहला काम किया था – बतासाे और कालिया से मिल कर समूची सूचना लेना और उन दाेनाें काे परखना कि वाे कितने सच्चे थे और कितने झूठे थे। जालिम जुल्मी था। अब बरनी भी जान गया था। इस प्रकार का आदमी फूलाें काे भी छूने में काॅंटाें से डरता है। वह बतासाे और कालिया काे देखते ही सुलग जाएगा। उसे पहला शक हाेगा इन पर कि इन्हें किसी ने किसी मकसद से उसके पास वापस भेजा है। अतः सबसे पहले इस शक का निवारण किया जाए।
“ऐसा कुछ हाे जाे जालिम इन्हें देखते ही इनसे बाॅंहें पसार कर मिले।” बरनी ने तय कर लिया था।
एक मिरेकल जैसा ही कुछ हाेना चाहिए। बरनी ने ठान लिया था।

मेजर कृपाल वर्मा रिटायर्ड