विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झंडा ऊँचा रहे हमारा ।
15 अगस्त 2019 को भारतवर्ष का 73 वां आज़ादी दिवस.. यानी के आज ही के दिन हमारा प्यारा देश अनेकताओं में एकता लिए.. अंग्रेजों के चुंगल से आज़ाद हुआ था। भारतवर्ष को आज़ाद कराने के लिए.. हमारे देश के शहीदों ने न दिन देखा न रात देखी.. अपना सुख चैन खोकर भारतमाता की आज़ादी के लिए अपनी मातृभूमि को आज़ाद करने के लिए.. अपने प्राणों की बाज़ी लगा दी थी।
हमारे देश के शहीदों के बलिदान मात्रभूमि के लिए.. व्यर्थ ही नहीं गए थे.. मित्रों! हमारा देश आज ही के दिन.. 15 अगस्त 1947 को आज़ाद घोषित किया गया था.. और कई दिवंगत नेताओं ने तिरंगे को सलामी देते हुए.. पूरे सम्मान के साथ मुक्त गगन में लहराया था।
आज के दिन हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी लाल किले नई दिल्ली से राष्ट्रीय ध्वज को लहराते हुए.. पूरे देश को संबोधित करते हैं।
आज सभी सरकारी दफ़्तर व स्कूलों में अवकाश रहता है.. पर 15 अगस्त के दिन.. स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
भारत की आज़ादी का यह जश्न हम बचपन से ही अपने स्कूल और कॉलेज में देखते आ रहें हैं.. कॉलेज के दिनों में तो बड़े हो चले थे.. पर 15 अगस्त वाले दिन बालक बुद्धि जो थी.. हमारी! स्कूल में दिए जाने वाले प्रिंसिपल साहब के आज़ादी पर भाषण की बजाय.. उस दिन कार्यक्रम के बाद मिलने वाले लड्डुओं पर जाया करती थी.. स्कूल के ग्राउंड में बैठकर कार्यक्रम के समाप्त होने का इंतज़ार बेसब्री से किया करते थे..
कार्यक्रम समाप्त होने के और राष्ट्रीय ध्वज के लहराए जाने के बाद ..
तू ज़िंदा है
तू ज़िन्दगी की
जीत पर
यकीन कर
अगर कहीं है
स्वर्ग तो उतार
ला ज़मीन पर।
इस गाने की धुन पर बैंड के साथ मार्च करते हुए.. लाइन से चलते चले जाते थे.. लाइन से चलते हुए.. हमारी टीचरजी खाकी रंग के लिफ़ाफ़े सभी बच्चों के हाथ में देतीं चलतीं थीं..
इसी लिफ़ाफ़े के लिए ही तो इतना लंबा कार्यक्रम देखा करते थे.. स्कूल के गेट से निकलते ही.. अपने लिफ़ाफ़े के अंदर से लड्डू व चिप्स और कुछ फलों के टुकड़े खाकर 15 अगस्त मज़ा दुगना हो जाया करता था.. इन्हीं लड्डुओं के स्वाद को यादगार बनाते हुए.. फ़िर अगली क्लास में आने वाले 15 अगस्त का इंतज़ार किया करते थे।