एक प्लास्टिक का पेंसिल बॉक्स हुआ करता था.. एक जॉमेट्री बॉक्स होता था।

पाँचवी क्लास तक जब तक pen शुरू नहीं हुआ था.. तब तक तो पेंसिल बॉक्स ही होता था.. पेंसिल, रबर और शार्पनर लिए।

छठी क्लास में pen शुरू हुआ.. सबकुछ नया-नया सा लगने लगा था.. नए-नए ink-pen रखने लगे थे.. अपने पेंसिल बॉक्स में।

फ़िर गणित में जॉमेट्री से साक्षात्कार हुआ.. और हमारा नटराज और कैमलिन जैसे नामों से भी परिचय हो गया।

नया जॉमेट्री बॉक्स देख.. तबियत ख़ुश हो गई थी.. हमारी!

सबसे पहला जॉमेट्री बॉक्स.. हमारा नटराज का ही था.. वो लाल और नीले कलर का कॉम्बिनेशन और साइड में नटराज की तस्वीर!

हमनें कैमलिन और नटराज के जॉमैट्री बॉक्स बहुत खरीदे.. बड़े ख़ुश हुए थे.. अंदर compass, स्केल, और प्रकार देखकर!

Divider और प्रोटेक्टर से भी बढ़िया मिलन हुआ था।

अच्छी पेंसिल sharp कर.. जॉमैट्री की ज़ोरदार figures बनाया करते थे।

अब तो दो-दो पेंसिल बॉक्स होते थे.. बस्ते में।

कोई क्या अपनी कीमती चीज़ संभाल कर रखेगा.. जैसे हम अपने जॉमेट्री बॉक्स और पेंसिल बॉक्स को संभाल कर रखते थे?

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