रमेश अब फैक्ट्री पहुँच गया था.. थोड़ी देर बाद ही दो पुलिस वाले फैक्ट्री में आकर खड़े हो गये थे.. अभी रमेश को इस बात का अंदाज़ा ही नहीं था.. कि जिस आदमी की सफ़ारी गाड़ी से टक्कर हुई है.. वो थाने जाकर रिपोर्ट भी कर सकता है। इन पुलिस वालों के हाथ में दिल्ली में चल रही Wagon-R की गाड़ी का नम्बर था.. जो सफ़ारी गाड़ी से मैच करता था, यानी के सफ़ारी गाड़ी चोरी की थी.. और उसके वाले असली नम्बर इस Wagon-R के थे। पुलिस वालों ने अब रमेश से इन्क्वायरी शुरू कर दी थी, रमेश पुलिस वालों के बात करने के ढँग से ही समझ गया था, कि उन्हें सफ़ारी गाड़ी के बारे में पूरी जानकारी है.. इसलिये  रमेश ने अपना दिमाग़ लगाते हुए.. चुप रहना ही ठीक समझा था.. और उनके जाते ही.. तेज़ी से घर गया था।

“ गड्डी के बारे में किसने आग लगाई से!!”।

रमेश घर में आकर बुरी तरह से चिल्लाया था.. क्योंकि फैक्ट्री में पुलिस वालों को देखकर डर जो गया था.. इसलिये जानना चाहता था, कि गाड़ी की असलियत थाने में कैसे पहुँची। रमेश भली-भाँति जानता था.. कि उसकी गाड़ी के बारे में घर के हर-एक सदस्य को पता है.. और गाड़ी की चुगली घर से ही हुई है। आख़िर कौन कर सकता था.. सफ़ारी गाड़ी की चुगली! रमेश के दिमाग़ में एक ही नाम था.. विनीत! हो न हो गाड़ी को लेकर उस दिन फैक्ट्री में टक्कर होने के बाद विनीत ने ही रमेश की सफ़ारी का सच उस गाड़ी वाले के आगे बताया होगा.. तभी उसनें पूरी जानकारी के साथ पुलिस फैक्ट्री में भेजी थी।

अगले दिन फ़िर से पुलिस वालों ने गाड़ी के मसले को लेकर फैक्ट्री के चक्कर लगाए थे, और पूरी नज़र से फैक्ट्री को भी देखा था। पर अबकी बार बिना ही कुछ बोले चले गए थे। अब रमेश को पुलिस कंप्लेंट वाली बात पूरी तरह से कन्फर्म हो गई थी। रमेश भागा-भागा घर आकर सीधा ही अपनी माँ के कमरे में घुस गया था.. और दर्शनाजी को हुए.. हादसे की पूरी जानकारी दे दी थी। दर्शनाजी ने रमेश की पूरी बात सुनकर उसको सलाह देते हुए, कहा था,” इस सफ़ारी ने तूं आड़े ते हटा ले!”।

दर्शनाजी ने रमेश को गाड़ी घर से हटाने की साफ़-साफ़ सलाह दे दी थी।

“ कित धारूँगा इसने मैं!”

रमेश के सामने अब सफ़ारी को छुपाने की समस्या आ गई थी.. आख़िर छुपाता भी तो कहाँ..??

“ तूं इसने अपनी बुलबुल के मकान में राख्या ने!”।

दर्शनाजी ने रमेश से मज़ाक करते हुए, और वक्त का मज़ाक बनाते हुए.. रमेश से सफ़ारी गाड़ी को रंजना के घर में छुपाने की सलाह दी थी। रमेश की रिपोर्ट तो हो ही चुकी थी . अब कहाँ छुपाई जाएगी.. रमेश की फुली लोडेड सफ़ारी..!!

रमेश को सफ़ारी गाड़ी छुपाता देखने के लिये ज़रूर पढ़िये खानदान।

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