फ़िर वही
गाँव वही
घर याद
आ रहा
है!
ए मेरे मन
तू इन
बूँदों में
वही गीत
क्यों गा
रहा है!
भीगी हुई
हवाओं में
मन
गुज़री हुई
यादों को
पकड़ने क्यों
दौड़ रहा
है!
आने वाले
समय की यादें
बटोर
कोई नया
गीत गुनगुना
फ़िर एक
नई कहानी
लिख!
और एक
नया गीत गा।
फ़िर वही
गाँव वही
घर याद
आ रहा
है!
ए मेरे मन
तू इन
बूँदों में
वही गीत
क्यों गा
रहा है!
भीगी हुई
हवाओं में
मन
गुज़री हुई
यादों को
पकड़ने क्यों
दौड़ रहा
है!
आने वाले
समय की यादें
बटोर
कोई नया
गीत गुनगुना
फ़िर एक
नई कहानी
लिख!
और एक
नया गीत गा।