दिव्य कुम्भ भव्य कुम्भ भव्य कुम्भ दिव्य
भव्य कुम्भ दिव्य कुम्भ भव्य कुम्भ दिव्य

दिव्य है कहानी किसकी दृढ़ ये विश्वास है
ज्ञान की ये धरती अध्यात्म से बलवान है
दिव्य है पवित्रता भव्य ये श्रृंगार है
दिव्य है पवित्रता भव्य ये श्रृंगार है

भव्य कुम्भ दिव्य कुम्भ भव्य कुम्भ दिव्य
दिव्य कुम्भ भव्य कुम्भ दिव्य कुम्भ भव्य

अक्षय है शक्ति उसकी वट है जो कई काल से
भव्य है स्वरूप यह दिव्य इतिहास है
भव्य है स्वरूप यह दिव्य इतिहास है
दिव्य है यहां स्नान स्वच्छ होता प्राण है
भव्य है यह जमघट दिव्य ये स्थान है

दिव्य कुम्भ भव्य कुम्भ भव्य कुम्भ दिव्य
भव्य कुम्भ दिव्य कुम्भ दिव्य कुम्भ भव्य

सज्ज है हृदय यहां ले समर्पण भावना
दिव्य है ये आस्था भव्य है परंपरा
दिव्य है ये आस्था भव्य है परंपरा
दिव्य है मिलन यहां भक्त और भगवान का
दरबार सजा है यहां लेटे हुए हनुमान का
दिव्य हो रहा है पुण्य जिंदगी प्रवास का
भव्य हो रहा प्रयाग दैव के प्रकाश सा

दिव्य कुम्भ भव्य कुम्भ भव्य कुम्भ दिव्य
भव्य कुम्भ दिव्य कुम्भ दिव्य कुम्भ भव्य
दिव्य कुम्भ भव्य कुम्भ भव्य कुम्भ दिव्य
भव्य कुम्भ दिव्य कुम्भ दिव्य कुम्भ भव्य
#अमित पाण्डेय

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