तैयारी

तैयारी

” किचन की खिड़कियां तुम साफ़ कर देना! और तुम शो केस चमका देना! पँखे- वखें तुम लोगों से साफ़ नहीं होंगें! उन्हें मैं चमका दूँगा..!”। दीवाली आने से पहले परिवार में पिताजी द्वारा सफ़ाई के कामों का वितरण हो जाया करता था। हमारी अपनी सहूलियतों के हिसाब से हमें...
बापू

बापू

वैष्णव जन तो तेने कहिए जे पीड़ पराई जाणे रे। राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी के आज जन्मदिवस पर सभी मित्रों को हार्दिक बधाई। आज स्वतंत्र भारत में जो हम खुल कर अपना जीवन जी रहे हैं.. का श्रेय बापू को ही जाता है। निस्वार्थ भाव से प्रयत्न कर उन्होंने भारतवर्ष को आज़ादी का हार...
वस्तु-विनमय

वस्तु-विनमय

” कुल्फी! कुल्फ़ी.. गोले की कुल्फ़ी बढ़िया.. !!50 पैसे की एक प्लेट!”। ” चल! चल! आ गया कुल्फ़ी वाला..! नानीजी से 50-50 पैसे लेकर खाते हैं.. कुल्फ़ी!”। ” नानीजी! नानीजी! गली में वो ही साइकिल वाला आया है! कुल्फ़ी लेकर । दे दो !आप हम दोनों को...
तोहफ़ा

तोहफ़ा

शादी ब्याह की धूम मची है मेहमानों की भीड़ लगी है कौन सा तोहफ़ा देंगें वो अब तोहफों पर ही नज़र टिकी है क्या लाए हैं हम भी देखें तोहफ़ों की अब माँग बढ़ी है सोना लाए तो बढ़िया तोहफ़ा सोने के सेट की तोहफ़े में इज़्ज़त बढ़ी है तोहफ़े से मेहमानी आंके मेज़बान की नज़र बड़ी है...
यात्रा

यात्रा

धुंदली थीं पर प्यारी यादें छोटी थीं पर न्यारी यादें यात्रा करते जब संग में हम सब रेल की खिड़की पर चिपकते थे जब मईया हाथ से लेकर पूड़ी आलू के संग मलते थे जब छुक-छुक यात्रा करते आनी-जानी जगहों को तकते एक ही डिब्बे में उछल-कूद भी चलती  मस्ती करते यात्रा चलती ऐसी...
गोभी

गोभी

अब गोभी के दो प्रकार होते हैं.. फूल गोभी और अपनी पत्ता गोभी! और दोनों ही गोभी बनती भी ज़ायकेदार हैं! अगर सही ढँग से बनाई जायें तो! पर मित्रों यहाँ पर गोभी को बनाने की चर्चा नहीं होने वाली है.. यह तो बस! यूँहीं एक ख़याल मन में आया सो हमनें आज लिखने का विषय गोभी ही कर...