by Surinder Kaur | Jul 29, 2019 | Uncategorized
काहे न कहूं बैरी तुझे बेवफा। कौन सा वादा किया है वफा। क्यू न कहूं मै तुम को बेवफा क्या कभी सुनी तूने मेरी सदा। घाव तेरे भी अब रिसते तो होगे तेरी बेबफाई का यही है सिला। कभी तूने आजमाया था मुझे अब रहा है आजमा तुझे खुदा। इतनी मासूम भी अब नही मै तुम से न करूगी ,जो अब...
by Surinder Kaur | Jul 27, 2019 | Uncategorized
आती है महक इशक की फिजाओ से खत मेरे खुलेआम क्यू जला देते हो। याद तुम्हारी हमे बहुत आने लगी है, तुम जाने कैसे हम को भुला देते हो। मौत की कगार पर पहुंचा कर हमे फिर क्यू जिंदगी की दुआ देते हो। आवाज कभी सुन न पाये हमारी, अब क्यू पीछे से हमे सदा देते हो। आसां नही थी कभी यू...
by Surinder Kaur | Jul 27, 2019 | Uncategorized
हम को तो यारा ,तेरी जुदाई ने मारा। तेरी शोहरत और ,मेरी रुस्वाई ने मारा। होश मे यू तो हम, पहले भी नही थे, उस पर तेरी आँख की गहराई ने मारा। सीने मे पड़ जाती ठंड़क तुझे देखने से पर हमे इशक की आग लगाई ने मारा। देखना तो जरा भीड़ मेरे जनाजे के पीछेतू कहता हो हमे बस तन्हाई ने...
by Surinder Kaur | Jul 26, 2019 | Uncategorized
बिछड़ते वक्त हम दोनो की आँखो मे आँसू थे। चल पड़े थे हम अपनी अपनी ड़गर। फिर अचानक मुड़ कर कहा था। तूने,”सुनो,एक बार मुस्करा दो”। और मुस्करा दी थी मै। आखिर बात तुम्हारी खुशी की थी Surinder...
by Surinder Kaur | Jul 26, 2019 | Uncategorized
जिंदगी तेरी हर अदा कातिलाना है। आगे तू,और पीछे तेरे ये जमाना है। कभी रूलाती,कभी हंसाती है तू रे तेरे पास हर वक्त एक नया बहाना है। किसी को राजा,कोई भिखारी बना दे, बहुत देर से तेरा ये अंदाज पुराना है। रोज नई राहे दिखला देती है हमको इसी लिये ये सफर तेरा,सुहाना है। मानती...