by Rachna Siwach | Jan 28, 2020 | Uncategorized
बहुत थकान महसूस हो रही है, आज मुझे! क्यों सारा काम जल्दी-जल्दी ख़त्म कर गाजर का हलवा जो तैयार कर डाला है.. इस सीजन का आख़िरी गजरेला। बच्चों को गाजर का हलवा हमेशा से ही पसंद आता रहा है.. हर सीजन ख़त्म होते ही गाजर ख़त्म होने तक, बनाते ही रहते हैं.. हलवा। वही...
by Rachna Siwach | Jan 23, 2020 | Uncategorized
बहुत ही चाव से मेरे यह हाथ, साउथ इंडियन खाना यानी के इडली सांभर की तैयारी कर रहे थे.. भतीजा जो आने वाला था। वादा किया था,” बुआ अबकि बार भोपाल आऊँगा! तो आपसे मिले बगैर नहीं वापिस जाऊँगा!”। बस! वादे के अनुसार सवेरे ही आ पहुँचा था। इडली-सांभर खाने का बचपन से...
by Rachna Siwach | Jan 20, 2020 | Uncategorized
पहले लोगों को कोई भी पालतू जानवर पाला हुआ, देख! बहुत ही अजीब सा लगता था.. सोचा करती थी, अरे! क्या मुसीबत का काम है.. बेकार ही मुसीबत पाल रखी है। पर नहीं! जब से प्यारी कानू मेरे जीवन का हिस्सा बनी है.. तब से मैं यही भूल गयी हूँ! कि यह एक कुत्ता है.. या फ़िर मैने मुसीबत...
by Rachna Siwach | Jan 20, 2020 | Uncategorized
” वो आप उस दिन वाला साग बना दोगी!”। बेटे ने छत्त पर टहलते हुए, मुझसे कहा था। ” हाँ! पर कल नहीं, समय लगता है.. आज मैं सामान मंगवा कर कल बना दूँगी”। ” अच्छा लगा था!”। ” हाँ!”। दरअसल इस मौसम के चलते, मेरे पास फ्रिज में एक...
by Rachna Siwach | Jan 17, 2020 | Uncategorized
रंग तुम्हारे कितने सारे सब फूलों में तुम लगते न्यारे बिन पानी के भी तुम मुस्काते सर्दी, गर्मी फ़िर चाहे धूप हो फ़िर भी ख़िलते हर मौसम में बहार तुम्हारी सच! फूलों की दुनिया तुमसे न्यारी बड़े फूल भी प्यारे तुम्हारे छोटे झुंड के फूल तो लगते सबसे न्यारे बोगनवेलिया तुम...