अंत

अंत

उन्हीं उलझनों में डूबा रहता यह मन.. फ़िर न जाने कब सवेरा और साँझ आ जाती है..  रात की थकान लिए.. और फ़िर कुछ ताने-बाने लिए.. अगले दिन के इंतज़ार में यह मन.. फ़िर कुछ नया करने के लिए तैयार.. कुछ पलों यह फ़िर घंटों के लिए.. स्वप्न लोक में चला जाता है.. यह जीवन चक्र...
वो दुनिया

वो दुनिया

नहीं! आज न जाने क्यों वह टेलीविज़न सिरीज़ देखने के बाद मन उदास हो चला था.. बहुत कोशिश करने पर भी मन की उदासी दूर नहीं हो पा रही थी। अकेले में बैठ कर सोच में डूब गई थी.. मैं! आख़िर क्यों होता हैं.. अपराध..  क्यों बिताते हैं.. लोग सज़ा याफ़्ता ज़िन्दगी! क्या अपराध...
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा झंडा ऊँचा रहे हमारा । 15 अगस्त 2019 को भारतवर्ष का 73 वां आज़ादी दिवस.. यानी के आज ही के दिन हमारा प्यारा देश अनेकताओं में एकता लिए.. अंग्रेजों के चुंगल से आज़ाद हुआ था। भारतवर्ष को आज़ाद कराने के लिए.. हमारे देश के शहीदों ने न दिन देखा न रात...
वो दुनिया

पाँच, छह, आठ, दस

पाँच, छह, आठ, दस खेल चल रहा लाखों  का पाँच, छह, आठ दस  ज़मीर बिक रहा लाखों में पाँच, छह, आठ, दस बोली लग रही लाखों की गुनाहगार परिन्दे बन घूम रहे जान परवान चढ़ रही मासूमों की पाँच, छह, आठ, दस बोली लग रही लाखों की कानून बिक रहा लाखों में सुनवाई हो रही लाखों की...
सेल्फ़ी

सेल्फ़ी

अपने आप को देख मुस्काए क्लिक हुआ जब ख़ूब हरषाए बहुत गज़ब की तस्वीर खींची थी मित्रों को भी संग ले आए सब संग इकट्ठे कर किया क्लिक था हमनें वाह भई वाह क्या फ़ोटो आई बदल गया है दौर तुम देखो खड़े-खड़े अब फ़ोटो आए मनचाही मुद्रा में झट्ट से तस्वीर खींच रहे अब ख़ुद ही खींचे...