चाँद

चाँद

आओ तुम्हें चाँद पे ले जाएं एक नई दुनिया बसाएं! बहुत ही सुंदर पंक्तियाँ हैं.. गुनगुनाते-गुनगुनाते आज की ख़बर पर नज़र पड़ी थी.. चन्द्रयान-2 चाँद के करीब पहुँचते-पहुँचते रह गया.. प्रधानमंत्री जी श्री नरेंद्र मोदी जी होंसला बढ़ाते हुए.. दिखे थे ।  भारतवर्ष प्रगति के...
रसगुल्ला

रसगुल्ला

कलकत्ता से आया गुल्ला रोशो गुल्ला रोशो गुल्ला कुल्हड़ भर-भर घर में आता रोशो गुल्ला सबको भाता रोशो गुल्ला संग भाया कलकत्ता भूल गए सम्बोधन उसका रसगुल्ले से रोशो गुल्ला नाम पड़ गया उसका भइया श-श ज़बान पर आया सच! कलकत्ता ख़ूब था भाया रोशो गुल्ला खा विक्टोरिया घूमें...
टीचर्स डे

टीचर्स डे

हर किसी का जो वयक्तित्व निर्माण है। माँ-पिता के साथ गुरु का भी स्थान है। गुरु अथवा शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है वो ही राष्ट्र की  संस्कृति का निर्माता है। पाँच सितंबर को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिवस होता है..  जो की एक महान दार्शनिक और...
टीचर

टीचर

साड़ी पहन के बन गई मेम टीचर-टीचर खेला खेल गुड़िया-गुड्डे ख़ूब पढ़ाए पाठशाला से खड़िया लाए ख़ूब बनी मैं टीचर वाह-वाह कैसे थे दिन वो भी वाह-वाह! शिक्षक दिवस था अब है आया सच की टीचर बन मज़ा सा आया शिक्षक दिवस ख़ूब मनाया अपने गुरु को सम्मान दिलाया शिक्षक दिवस का उच्च...
चूड़ियाँ

चूड़ियाँ

आज घर की छत्त पर खड़े होकर देखा.. गेट पर रंग-बिरंगी चूड़ियों का ठेला लिए.. भईया खड़ा था.. रंग-बिरंगी चूड़ियाँ देखकर हमारा सारा बचपन हमारी आँखों के आगे घूम गया.. हमें अच्छे से याद है.. जब भी माँ के संग गाँव जाया करते .. तो नानी चूड़ी पहनाने के लिए मनिहार को बुलवा लिया...