गाड़ी वाला आया

घर से कचरा निकाल

गाड़ी वाला आया 

घर से कचरा निकाल

देख-देख यूँ कचरा

रख देख

कैसा हुआ

बुरा हाल

गाड़ी वाला आया

 घर से कचरा निकाल

घर से कचरा निकाल

देश को बना

साफ़ और खुशहाल।

यह कोई कविता नहीं लिखी है.. हमनें! असल अपने देश को स्वच्छ रखने की ओर एक छोटा सा क़दम उठाने का प्रयास किया है।

हुआ यूँ कि एक रोज़ बच्चे विदेश को चर्चा का विषय बनाए बैठे थे.. कहने लगे,” वहाँ की तो सड़कें भी इतनी साफ़ होती हैं.. मानो की सड़क तक पर पौंछा लगाया गया हो! तिनका तक फेंकने पर जुर्माना हो जाता है.. सुन्दर चमकते हुए.. देश हैं..वो! एक हमारा देश है.. जगह-जगह कचरे के ढ़ेर देखने को मिल जातें हैं.. और तो और घर का कचरा भी घर के बाहर ही फेंक कर चले जातें हैं!”।

कान लगाए.. बहुत देर से हम भी चर्चा का हिस्सा बन बैठे थे.. विदेशों को लेकर तो हम सहमत ही थे.. पर अपने देश को गंदा सुनना कानों को पसंद न आया था.. आज के बालक भविष्य के भावी नागरिक होंगें, इन्हीं के कंधों पर हमारे देश की ज़िम्मेदारी भी होगी.. इस बात को मन में रखते हुए, चर्चा का हिस्सा बनते हुए.. बच्चों को सही दिशा में समझाने की छोटी सी कोशिश करते हुए… कहा था..

” बच्चों! सबको सही करने की बजाए.. हमें पहले अपनी ख़ुद की दिशा सही करनी होगी! यानी के अपना मार्गदर्शन स्वयं करना होगा!”।

” वो कैसे माँ!”।

” देश की बात हम बाद में करेंगे! पहले अपने इलाके की ओर जहाँ हम रहते हैं.. क़दम उठाना होगा! और स्वच्छ बनाना होगा! आओ! एक सफ़ाई अभियान शुरू किया जाए.. और देश और हमारे समाज के प्रति एक छोटा सा क़दम उठाया जाए!”।

” वो कैसे..?”।

” अब आगे दिमाग़ लगाना तुम्हारा काम है!”।

” ठीक है! समझ गए!”।

बच्चों का दिमाग़ हम बड़ों से कहीं ज़्यादा और तेज़ काम करता है.. बस! रास्ता दिखाने की देर थी.. बच्चों ने कचरा उठाने के लिए एक ओपन टेम्पो का इंतेज़ाम किया.. जिसमें यह संगीत बजाते हुए,” गाड़ी वाला आया, घर से कचरा निकाल!” छुट्टी वाले दिन पूरी कॉलिनी में घुमाते हुए.. कचरा साफई अभियान शुरू किया.. सफ़ाई का यह तरीका सबको पसंद आया.. स्कूलों में भी यह चर्चा का विषय बन गया.. और छात्र- छात्राओं के लिये इसे एक अनिवार्य विषय बना दिया गया।

संगीत, चाह और उत्साह के माध्यम से हमारा संदेश पूरे शहर में फैला.. और भोपाल शहर चमक उठा..

मित्रों इसी तरह से छोटे-छोटे क़दम उठाने होंगें.. और भारतवर्ष को भी स्वच्छ और सुंदर बनाना होगा।

स्वच्छ भारत! मेरा भारत! हमारा देश ही हमारी शान और गौरव है! आओ! मिलकर इसे स्वच्छ और सुंदर बनाएं।

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