हम को तो यारा ,तेरी जुदाई ने मारा।
तेरी शोहरत और ,मेरी रुस्वाई ने मारा।
होश मे यू तो हम, पहले भी नही थे,
उस पर तेरी आँख की गहराई ने मारा।
सीने मे पड़ जाती ठंड़क तुझे देखने से
पर हमे इशक की आग लगाई ने मारा।
देखना तो जरा भीड़ मेरे जनाजे के पीछे
तू कहता हो हमे बस तन्हाई ने मारा।
surinder kaur