बारिशें शुरू हो गई हैं..यहाँ भोपाल में सुहाने मौसम की शुरुआत हो चुकी है.. इसी सुहाने मौसम में हमारा जन्मदिन भी आता है। कल ही वो शुभ दिन था.. वैसे तो हम अपने जन्मदिन पर कुछ ख़ास करते नहीं हैं.. बस! परिवार के लिए अच्छा भोजन बनाया .. छुट्टी।

पर कल हमारे जन्मदिन के उपलक्ष में हमारे बेटे ने हमें ख़ास सरप्राइज दे डाला.. दोपहर को अचानक ही हमसे कहने लगा,” माँ! चलो! जल्दी से तैयार हो जाओ! हमें कहीं चलना है!”।

अब एकदम से सुनकर हम भी थोड़ा सा परेशान हो गए थे.. क्यों.. इतवार का दिन था.. तो घर में थोड़ा काम बाकी था.. पतिदेव को भोजन भी परोसना था।

” अब जहाँ कह रहा है! संग चली जाओ! वैसे भी हमें थोड़ा काम है!”। पतिदेव ने कहा था।

और बेटे के कहने पर झट्ट से तैयार हो हम संग हो लिए थे.. रास्ते में हमें बताया, कि हम फ़िल्म देखने चल रहें हैं! ” Article 15″

मौसम बेहद अच्छा था.. घर से मॉल तक का सफ़र यादगार बन गया। व्हाट्सप्प के लिए एक प्यारी सी स्टोरी भी बना डाली थी..

बहुत दिनों बाद घर से बाहर निकले थे.. इसलिए घूमने में काफ़ी आनंद आ रहा था.. अभी फ़िल्म शुरू होने में वक्त था.. तो मॉल घूमने का भी मज़ा लिया।

Article 15 में आयुष्मान खुराना ने बेहतरीन अभिनय किया.. फ़िल्म वाकई में बहुत ही अच्छी.. समाजिक विषय पर बनाई गई है..  कि किस तरह से आज भी हमारे समाज के पिछड़े और अनपढ़ वर्ग में कन्याओं का शोषण हो रहा है.. देखकर और सबकुछ जानते हुए, भी कैसे लोग चुप रह जाते हैं..वैसे तो शोषण हर कहीं है.. पर यहाँ पिछड़े वर्ग को ही दर्शाया गया है।

यह फ़िल्म हमारे और पूरे समाज के लिए एक संदेश है.. अगर अमल किया जाए तो!

फ़िल्म बहुत ही पसंद आई थी.. हमें! और अपने बेटे संग यूहीं मनाया गया.. यह जन्मदिन यादगार बन गया।

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