“अपनी खूबी को पहचाने”

“अपनी खूबी को पहचाने”

दूसरों के साथ अपने जीवन की तुलना कभी मत करो। सूर्य और चंद्रमा एक साथ कभी चमक नहीं सकते, वे भी अपने समय के लिए प्रतीक्षा करते है। हमारा इन्सानी स्वभाव ऐसा होता है कि हम इस दुनियां की चकाचौंध में बहुत जल्दी खो जाते हैं किसी सफल व्यक्तित्व की विलासितापूर्ण जिन्दगी को हम अपनी निजी जिन्दगी से जोड़ना शुरू कर देते है। कहीं न कहीं हम भी इस दौड़ में शामिल हो जाते है कि हमें भी वो सब चाहिये।
हम देखते हैं कि हर इन्सान में कोई न कोई खूबी होती है जिसकी वजह से वह सफलता के पायदान चढ़ पाता है। कोई अच्छा कलाकार हो सकता है, गायक हो सकता है। कोई अच्छा नेतृत्व करने वाला हो सकता है। कोई बेहतरीन डॉक्टर, वकील या इंजीनियर हो सकता है। हर कोई अपने क्षेत्र का हरफनमौला है। हमारा मानवीय स्वाभाव ऐसा होता है कि हम उसके जैसा बनने की कोशिस करते है। कोशिस भी पूरी करते हैं, लेकिन सफलता का कोई पैमाना नही होता है, हो सकता हैं सफल हो जाये या न भी हो पाये।
इसलिये जरूरी है कि हम अपने दिल को टटोले की हमारा दिल क्या चाहता हैं फिर अपनी खूबी को पहचाने की हमारे अन्दर ऐसी क्या खूबी हैं जो हमें दुनियाँ में एक अलग पहचान दिला सकती हैं। हर इन्सान अपने आप में ईश्वर की एक अनमोल कृति है बेहतरीन रचना है, जिसकी नकल करना कतई सम्भव नहीं है। हमें अपनी खूबी को पहचान कर सही समय पर सही दिशा में सतत प्रयास करने होंगे, अगर हम ऐसा कर पाते हैं तो सफलता अवश्य हमारे कदम चुमेगी। हमारी खूबी हमें इस दुनियाँ की भीड़ में एक अलग पहचान दिलाएगी।

डॉ.राधेश्याम लाहोटी
नोखा
+91-9414147238
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