कुछ दोस्तो का दिल वो जलाने लगे है।
एक नया रिशता वो हमसे बनाने लगे है।
बहुत दिनो से रख रहे है हम पर नजर
जैसे हम उनको कुछ दीवाने लगे है।
रोक टोक करते है वो बात बात पर
जैसे किसी को वो अब तरसाने लगे है।
अगर ये मोहब्बत है तो अल्लाह बचाना
संभलने मे हमे पहले ही जमाने लगे है।
Surinder kaur