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दीपावली

” बहुत ही सुंदर इतनी बड़ी पाइप वाली लाइट का दिया बनाया हुआ है! बड़ी मेहनत से लाइट को दीवार पर चढ़ कर दीए की शेप का बनाया हुआ है! वाह! बहुत ही सुंदर लग रहा है! और आपका घर भी बहुत ही सुंदर लाइटों से जगमगा रहा है.. beautiful! Happy Diwali!”

” जी! same to you!”

दिवाली वाले दिन हमारे घर को निहारते हुए.. तारीफ़ में हमसे हमारे एक मित्र ने कहा था।

दीपावली पर हमारा घर दिए और लाइट की रौशनी से जगमगा जाया करता था.. बहुत ही धूमधाम से मनाई जाती है.. हमारे घर दीपावली!

दीपावली के हर रंग को बहुत ही सुंदर ढँग से सजा-संवारकर पेश किया जाता है! हर रंग यानी के चाहे लक्ष्मी-गणेश पूजन हो या फ़िर.. पटाखों और दीपावली की खरीददारी।

कुछ भी हो! संयुक्त परिवार में त्यौहार मनाने का मज़ा ही कुछ और होता है.. बुजुर्गों की अपनी भूमिका होती है.. बच्चों के त्यौहारों पर अपने ही रंग होते हैं.. और युवा वर्ग का साज और श्रृंगार तो देखने लायक होता ही है।

खैर! दादा संग पटाखों की खरीददारी का मज़ा ही कुछ और हुआ करता था.. और बातों-बातों में बच्चे पूछ भी बैठा करते थे,” दादू! यह त्यौहार हमारे देश में क्यों मनाया जाता है! और विशेषकर लक्ष्मी- गणेश का ही पूजन क्यों किया जाता है!’।

पटाखों की खरीददारी करने के बाद गाड़ी चलाते-चलाते बच्चों को दीपावली का महत्व समझाने में दादू कुछ यूँ मग्न हो जाया करते थे..

” देखो! बच्चों! दीपावली भारत वर्ष का सबसे बड़ा त्यौहार है.. यह हमारे ही देश में नहीं.. बल्कि विदेशों में भी कई जगह पूरे विधि-विधान और धूम-धाम से मनाया जाता है। खुशियों और दियों का यह पर्व श्री राम जी के वनवास से लौटने की ख़ुशी में मनाया जाता है.. पूरा भारतवर्ष इस दिन रौशनी से जगमगा उठता है.. इस दिन लक्ष्मी-गणेश की पूजा का विशेष महत्व होता है.. बहुत कम लोगों को यह जानकारी होती है.. कि लक्ष्मी-गणेश को एकसाथ क्यों पूजा जाता है!”।

” क्यो पूजा जाता है! दादू! एकसाथ.. अलग-अलग क्यों नहीं..?”।

” वो इसलिए.. क्योंकि लक्ष्मीजी धन की देवी हैं.. और गणेशजी को बुद्धि का प्रतीक माना गया है.. घर में अगर लक्ष्मी यानी के धन आ भी जाए.. और उसे संभालने की बुद्धि न हो.. तो लक्ष्मीजी वापिस चलीं जातीं हैं। इसलिए लक्ष्मी के होने के साथ-साथ बुद्धि का होना भी ज़रूरी है।”

दीपावली का ज्ञान बांटते-बाँटते घर आ जाया करता.. बच्चे दादू संग पटाखे और अन्य सामान लेकर  घर में प्रवेश करते थे।

दीपावली की पूरी तैयारी के साथ.. यह त्यौहार हमारे यहाँ पूरे धूम-धाम से मनाया जाता था।

इस दिवाली भी यह त्यौहार पूरे हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाएगा।

आप सभी मित्रों को दीपावली की शुभकामनाएं!!

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