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सेल्फ़ी

अपने आप

को देख

मुस्काए

क्लिक हुआ

जब

ख़ूब हरषाए

बहुत गज़ब

की तस्वीर

खींची थी

मित्रों को

भी संग

ले आए

सब संग

इकट्ठे कर

किया क्लिक

था हमनें

वाह भई

वाह क्या

फ़ोटो आई

बदल गया

है दौर

तुम देखो

खड़े-खड़े

अब फ़ोटो

आए

मनचाही मुद्रा

में झट्ट

से तस्वीर

खींच रहे

अब

ख़ुद ही

खींचे

ख़ुद ही

पाएं

नाम दे 

दिया

सेल्फ़ी

इसको

जब चाहे

जब सेल्फ़ी

आए

बीत गया

एल्बम

का ज़माना

सेल्फ़ी में

अब यादें

लाए

हर पल

को संजो

रहे हम

हर दो

मिनट

में सेल्फ़ी

ले रहे

हम

सेल्फ़ी का

हुआ खेल

गज़ब का

रोते भी

मुस्का दिए

हम

हँसते-गाते

सेल्फ़ी में

ही यह

जीवन बीते

सोते जागते

मन मुस्काए।

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